ब्रसेल्स। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा तीन देशों कनाडा, मेक्सिको व चीन पर लगाए गए शुल्क (टैरिफ) की यूरोपीय कमीशन ने आलोचना की है। कमीशन ने कहा कि यह कदम वैश्विक व्यापार को प्रभावित करता है और सभी के लिए नुकसानदायक है। उसने चेतावनी दी कि अगर यूरोपीय यूनियन (ईयू) को निशाना बनाया गया तो वह भी जवाब देगा। यूरोपीय नेताओं ने चेतावनी दी है कि अगर ट्रंप ने टैरिफ का ईयू तक विस्तार किया तो व्यापार युद्ध (ट्रेड वार) छिड़ सकता है जो अटलांटिक के दोनों ओर के उपभोक्ताओं को नुकसान पहुंचाएगा। ईयू प्रवक्ता ने कहा, यूरोपीय यूनियन को अमेरिका के कनाडा, मेक्सिको और चीन पर शुल्क लगाने के फैसले पर खेद है। उन्होंने खुली व्यापार व्यवस्था और अंतरराष्ट्रीय व्यापार नियमों के पालन को आर्थिक विकास के लिए जरूरी बताया। उन्होंने कहा कि शुल्क लगाने से आर्थिक अस्थिरता बढ़ती है और महंगाई में इजाफा होता है, जिससे सभी पक्षों को नुकसान पहुंचता है। प्रवक्ता ने ईयू उत्पादों पर संभावित अमेरिका शुल्क का जिक्र करते हुए कहा, ईयू किसी भी अनुचित या मनमाने शुल्क लगाने वाले किसी भी व्यापार साझीदार को कड़ा जवाब देगा। उन्होंने कहा कि अमेरिका और यूरोपीय यूनियन के बीच व्यापार और निवेश संबंध दुनिया में सबसे बड़े हैं और काफी कुछ दांव पर है। ईयू की विदेश नीति की प्रमुख कजा कलास ने कहा कि अगर अमेरिका और यूरोप के बीच ट्रेड वार शुरू हुआ तो सिर्फ चीन को फायदा होगा। उन्होंने कहा, हम एक-दूसरे से काफी जुड़े हुए हैं। हमें अमेरिका की और अमेरिका को हमारी जरूरत है। 27 सदस्यीय ईयू के राजनयिकों का कहना है कि कुछ भी तय करने से पहले उन्हें ट्रंप का अगला कदम देखना होगा। उनका लक्ष्य आग पर तेल छिडक़ने से बचने का है।
एक अन्य यूरोपीय राजनयिक ने कहा कि किसी अप्रत्याशित व्यक्ति के साथ काम करते हुए योजना बनाना कठिन होता है।डोनाल्ड ट्रंप के दूसरे कार्यकाल की शुरुआत के बाद से ही ब्रुसेल्स दोनों पक्षों के बीच व्यापार संबंधों को मजबूत करने की कोशिश कर रहा है और व्यापार युद्ध टालने के लिए बातचीत कर रहा है। मगर ट्रंप ने रविवार को कहा कि वह यूरोपीय यूनियन के उत्पादों पर शुल्क जरूर लगाएंगे क्योंकि उन्हें अमेरिका का काफी लाभ उठाया है।राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा, ‘वे हमारी कार नहीं लेते, वे हमारे कृषि उत्पाद भी नहीं लेते। वे हमसे लगभग कुछ नहीं लेते और हम उनसे सब कुछ लेते हैं।’ हालांकि ब्रिटेन को उन्होंने टैरिफ से बाहर रखने के संकेत दिए। पोलैंड के प्रधानमंत्री डोनाल्ड टस्क ने कहा, ‘रूसी खतरे और चीनी विस्तार के मद्देनजर यह सुनिश्चित करने के लिए हरसंभव चीज करने की जरूरत है कि हम सहयोगी आपस में न लड़ें।’चुनावों के बाद जर्मनी के संभावित नेता और विपक्षी कंजरवेटिव पार्टी के नेता फ्रेडरिच मेर्ज ने कहा कि ट्रंप को अहसास होगा कि उनके लगाए टैरिफ का अमेरिका में आयात करने वालों पर ही नहीं, बल्कि उसके उपभोक्ताओं पर भी असर पड़ेगा।फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों ने कहा कि अगर ईयू के वाणिज्यिक हितों पर हमला हुआ तो उसे अपना सम्मान बनाए रखना होगा और जवाब देना होगा। जर्मनी के चांसलर ओलाफ शुल्ज ने कहा कि अगर जरूरी हुआ तो ईयू को अमेरिका के विरुद्ध अपने टैरिफ लगाने चाहिए, लेकिन बेहतर होगा कि दोनों कोई सहमति बना लें।