
कोरबा। ठंड का मौसम लगातार करवट ले रहा है तापमान में गिरावट आने के साथ कोरबा जिले के कोलफील्ड और अन्य क्षेत्रों में प्रदूषण की समस्या गहराती जा रही है। स्वास्थ्य विशेषज्ञ ने लोगों को सलाह दी है कि जिले की जलवायु को ध्यान में रखते हुए अपने स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखें। इस मौसम में लापरवाही बढ़ते जाने का मतलब बड़ी आफत को आमंत्रित करना है।
प्रदेश के साथ-साथ देश के प्रदूषित शहर में कोरबा का नाम शामिल है बिजली घरों से निकलने वाला धुआं और कोयला परिवहन के दौरान कोल्डेस्ट यहां के प्रदूषण को काफी भयानक करती हैं। पिछले कुछ दशक में इन्हीं कर्म से कोरबा जिले में श्वसन संबंधी समस्याओं में विस्तार हुआ है और बड़ी संख्या में लोग इसकी चपेट में आए हैं।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने बताया कि हर मौसम में अपने आप को फिट रखने के लिए कई प्रकार के उपाय करने जरूरी हैं जहां तक प्रदूषण से जुड़ी समस्या का सवाल है इस वजह से स्वसन तंत्र और उससे संबंधित इससे चपेट में आते हैं और व्यक्ति को कई प्रकार की परेशानी होने लगते हैं। कोरबा जिले में प्रदूषण की समस्या समय के साथ न केवल बढ़ रही है बल्कि काफी लोगों को प्रभावित कर रही है। इस स्थिति में पर्याप्त रूप से खुद का बचाव करने की जरूरत है।
प्रभावित क्षेत्र और स्वास्थ्य समस्याएं
श्वसन संबंधी बीमारियां, जैसे अस्थमा, ब्रोंकाइटिस, और फेफड़ों में संक्रमण।
ठंड के कारण प्रदूषण के कण अधिक समय तक हवा में स्थिर रहते हैं, जिससे हृदय और फेफड़ों पर दबाव बढ़ सकता है।
ऐसे करें बचाव
बाहर निकलते समय एन95 मास्क पहनें।
घरों के अंदर रहें: सुबह और शाम के समय, जब प्रदूषण का स्तर अधिक होता है, बाहर जाने से बचें।
भोजन में सुधार करें: एंटीऑक्सिडेंट से भरपूर फल और सब्जियां खाएं ताकि शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बढ़े।
घर में एयर प्यूरीफायर का उपयोग करें।
नियमित रूप से डॉक्टर से चेकअप करवाएं, खासकर यदि आपको पहले से श्वसन संबंधी समस्याएं हैं।