चेन्नई। चेन्नई, मदुरै और तिरुचिरापल्ली में छापेमारी के चार दिन बाद प्रवर्तन निदेशालय ने आधिकारिक बयान जारी किया। बयान में एजेंसी ने कहा कि नशीले पदार्थ की तस्करी से कथित तौर पर अर्जित किए गए 40 करोड़ से अधिक रुपये बर्खास्त किए गए डीएमके पदाधिकारी जाफर सादिक और उनसे जुड़ी संस्थाओं- फिल्म निर्माण, होटल और रियल एस्टेट जैसे क्षेत्रों में लगाई गई है। गौरतलब है कि पिछले महीने एनसीबी को सदिक ने गिरफ्तार किया था। उनपर 3,500 किलो स्यूडोएफेड्रिन की तस्करी में कथित रूप से शामिल होने का आरोप है, जिसकी कीमत करीब 2,000 करोड़ रुपये है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, ड्रग्स नेटवर्क से कथित संबंधों और एनसीबी द्वारा तस्करी के कथित आरोप लगाए जाने के बाद डीएमके ने फरवरी में सादिक को बर्खास्त कर दिया था। ईडी ने सादिक और अन्य के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज करने के लिए एनसीबी मामले और अन्य एफआईआर का संज्ञान लिया था।