
जांजगीर चांपा। अविभाजित जिले में 2602 सरकारी प्राथमिक एवं मिडिल स्कूलों का संचालन किया जा रहा है। इनमें महज 600 स्कूलों में ही बाहर सिस्टम की व्यवस्था है नहीं 2 हजार से अधिक स्कूलों में वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम नहीं है। ऐसे में बरसात के पानी को सुरक्षित रखने सरकारी स्कूलों में पुख्ता इंतजाम नहीं किया गया है।
गौरतलब है कि बारिश के पानी को सुरक्षित एवं संरक्षित रखने के लिए सरकारी स्कूलों में आवश्यक व्यवस्था बनाया जाना है ताकि उसका उपयोग उचित समय पर किया जा सके, लेकिन स्कूलों में इस तरह के कोई इंतजाम नजर नहीं आता। विभागीय जानकारी के मुताबिक शिक्षा जिला जांजगीर एवं सक्ती को मिलाकर 26 सौ से अधिक सरकारी प्राथमिक एवं मिडिल स्कूलों का संचालन किया जा रहा है। इनमें प्राथमिक स्कूलों की संख्या 1 हजार सात सौ है तो वहीं मिडिल स्कूलों की संख्या 900 से अधिक है। इन स्कूलों में वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगाया जाना है, ताकि बरसात के पानी को सुरक्षित एवं संरक्षित रखा जा सके। इन स्कूलों में महज 600 स्कूलों में ही वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम की व्यवस्था की जा सकी है, जबकि अभी भी 2 हजार से अधिक सरकारी स्कूलों में वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम नहीं लगाया जा सका है। शिक्षा सत्र की शुरुआत 28 जून से प्रारंभ हो गई है वहीं जुलाई महीने गया है। ऐसे में बरसात का पानी स्कूल परिसर के आस पास इकठ्ठा हो जा रहा है, जिसके कारण छात्र छात्राओं के अलावा स्कूल के शिक्षकों को भी आने जाने में दिक्कतें होती है, जबकि बरसात के पानी को सुरक्षित एवं संरक्षित रखने वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम की व्यवस्था सरकारी स्कूलों में किया जाना है, लेकिन विभागीय एवं प्रधान पाठकों की उदासीनता के चलते सरकारी स्कूलों में बाहर हार्वेस्टिंग सिस्टम नहीं लग पा रहा है। इसी प्रकार सरकारी प्राथमिक एवं स्कूलों में पडऩे लिखने वाले छात्र छात्राओं उपलब्ध कराने को उद्देश्य को ध्यान में रखकर स्कूलों में नल कनेक्शन की भी व्यवस्था किया जाना है. लेकिन जिले के अधिकांश सरकारी स्कूलों में नल कनेक्शन की व्यवस्था नहीं हो पाई है। ऐसे में यहां अध्ययनरत छात्र-छात्राएं परिसर के बाहर जाकर पानी पीने के लिए विवश रह जाते हैं। इस तरह की समस्या सरकारी स्कूलों में देखने को मिलती है। इधर जिला प्रशासन के उच्च अधिकारियों द्वारा सरकारी स्कूलों में वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम बनाए जाने को लेकर निर्देश भी जारी किया जा चुका है वहीं व्यवस्था नहीं बनाने की स्थिति में संबंधित प्रधान पाठक एवं प्राचार्य के खिलाफ कड़ी कार्यवाही करने के निर्देश भी जारी। किए गए हैं बावजूद इसके स्कूलों में वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम नजर नहीं आ रहा है।
बनाई जाएगी व्यवस्था
बरसात के पानी को संरक्षित रखे जाने किया गया है। जिन स्कूलों में सिटिजने आदेशित किया जता है।
-एसपी वैद्य,
अपर कलेक्टर,जांजगीर-चांपा