
अंबिकापुर। चक्रवाती परिसंचरण के बाद द्रोणिका बनने से उत्तरी छत्तीसगढ़ में लगातार चौथे दिन वर्षा से राहत नहीं मिली। दिनभर आसमान में घने बादल छाए रहे और इस दौरान हल्की से मध्यम वर्षा दर्ज की गई। मौसम विभाग के अनुसार शुक्रवार को शहर में लगभग 15 मिमी वर्षा हुई। चार दिन के भीतर संभाग मुख्यालय अंबिकापुर में लगभग 68 मिमी वर्षा रिकार्ड की गई। मानसून के अंतिम चरण में हो रही वर्षा से अंबिकापुर में औसत बारिश का आंकड़ा बढक़र 1356 मिमी पहुंच गया है।
कई सालों बाद मुख्यालय में सामान्य से अधिक वर्षा हुई है। मौसम विज्ञानी एएम भट्ट ने बताया कि चार दिन पहले दक्षिण ओडि़शा और दक्षिण छत्तीसगढ़ पर प्रभावी हुआ चक्रवाती परिसंचरण उत्तरी मध्य महाराष्ट्र पर प्रभावी है। इस दौरान एक नए मौसमी घटनाक्रम में महाराष्ट्र पर केंद्रित चक्रवाती परिसंचरण से उत्प्रेरित हुई एक द्रोणिका विदर्भ, छत्तीसगढ़, झारखंड, पश्चिम बंगाल से होते हुए बांग्लादेश तक प्रभावी हो गई है। इस द्रोणिका के सहारे खाड़ी से नमी की आपूर्ति में हुई वृद्धि से उत्तरी छत्तीसगढ़ पर कमजोर पड़ रही वर्षा की गतिविधियों को तेजी आ गई है। मानसून की परिभाषित अवधि 30 सितम्बर को समाप्त होने में तीन दिन शेष हैं। यदि इस अवधि में 42 मिमी की वर्षा हो जाती है तो इस वर्ष मानसून में 2011 के बाद सर्वाधिक वर्षा का रिकार्ड बन जाएगा। ज्ञात हो कि अंबिकापुर में सन 2011 में पूरे मानसून काल में 1445.5 मिमी वर्षा दर्ज की गई थी।