
बलरामपुर। नगरीय निकाय चुनाव की उल्टी गिनती शुरू हो गई है। इस साल के अंत में होने वाले नगरीय निकाय चुनाव से पहले नए सिरे से वार्डों का परिसीमन होगा। राज्य सरकार के नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग द्वारा वार्डों के परिसीमन के लिए आवश्यक जानकारी प्रस्तुत करने का आदेश जारी कर दिया है। राज्य के नगरीय निकायों का आम निर्वाचन माह नवम्बर – दिसम्बर 2024 में होना है।
परिसीमन में वार्डो की रचना इस प्रकार से की जाएगी कि प्रत्येक वार्ड की जनसंख्या पूरे निकाय क्षेत्र में यथासाध्य एक जैसी होगी तथा वार्ड में सम्मिलित क्षेत्र संहृत क्षेत्र हो। जनगणना निदेशालय द्वारा जनगणना 2011 के जनसंख्या संबंधी आंकड़ो का प्रकाशन किया जा चुका है, प्रत्येक वार्डो की जनसंख्या में हुई वृद्धि को दृष्टिगत रखते हुए नये सिरे से वार्डो का परिसीमन किया जाना आवश्यक है।छत्तीसगढ़ राज्य निर्वाचन आयोग से प्राप्त निर्देशानुसार नगरीय निकायों के वार्डो के परिसीमन की कार्यवाही यथाशीघ्र सम्पन्न कराए जाने के निर्देश कलेक्टरों को दिए गए हैं ताकि समय-सीमा में मतदाता सूची आदि तैयार करा आम चुनाव 2024 नियत समयावधि में सम्पन्न कराया जा सके।नगरीय प्रशासन विभाग द्वारा जो जानकारी मांगी गई है उसमें प्रस्तावित वार्डो की चारों दिशाओं की सीमा, मानचित्र, जिसमें प्रत्येक प्रस्तावित वार्ड की चारो दिशाओं को इस प्रकार दर्शाया जायेगा जिससे की प्रत्येक वार्ड की सीमाएं स्पष्ट रूप से अलग-अलग दिखे, जनसंख्या संबंधी पत्रक, जिसमें गत जनगणना के प्रकाशित आंकडो के अनुसार नगर पालिका क्षेत्र की कुल जनसंख्या, जनुसूचित जाति व अनुसूचित जनजाति की कुल जनसंख्या, राज्य सरकार द्वारा संबंधित नगर पालिका क्षेत्र के लिए अवधारित वार्डो की कुल संख्या तथा इसके आधार पर प्रत्येक वार्ड की औसत जनसंख्या का उल्लेख रहेगा। प्रत्येक प्रस्तावित वार्ड की जनसंख्या तथा उसमें अनुसूचित जाति व अनुसूचित जनजाति की जनसंख्या के आंकड़े भी मांगे गए हैं। सरगुजा,सूरजपुर और बलरामपुर जिले के नगरीय निकायों में इस साल के अंत में चुनाव होंगे। इनमें सरगुजा जिले से नगर निगम अंबिकापुर,नगर पंचायत सीतापुर,लखनपुर तथा बलरामपुर जिले की नगर पंचायत राजपुर,कुसमी,रामानुजंगज,वाड्रफनगर तथा नगर पालिका परिषद बलरामपुर शामिल है। इसी प्रकार सूरजपुर जिले की नगर पालिका परिषद सूरजपुर, नगर पंचायत भटगांव,जरही, विश्रामपुर शामिल है। प्रेमनगर नगर पंचायत बाद में असितत्व में आया था इसलिए अभी वहां का कार्यकाल पूरा नहीं हुआ था।
48 वार्डों के नगर निगम अंबिकापुर में अब तक चार बार चुनाव हुए हैं। दो-दो बार कांग्रेस और भाजपा ने यहां कब्जा किया है। शुरुआती दो चुनाव में भाजपा उसके बाद के दो चुनाव में कांग्रेस ने यहां कब्जा जमाया था। भाजपा के लिए प्रबोध मिंज दो बार महापौर थे जबकि दो बार डा अजय तिर्की महापौर निर्वाचित होते जा रहे हैं। प्रबोध मिंज अभी भी नगर निगम अंबिकापुर के पार्षद थे। पार्षद रहते उन्होंने लुंड्रा विधानसभा से विधायक का चुनाव जीता है।
वर्ष 2019 के नगरीय निकाय चुनाव में महापौर निर्वाचन प्रक्रिया में बदलाव किया गया था। महापौर का निर्वाचन सीधे नहीं कराया गया था। बहुमत के आधार पर निर्वाचित पार्षदों में से किसी एक को महापौर निर्वाचित करना था। इस आधार पर अंबिकापुर से कांग्रेस के डा अजय तिर्की पहले पार्षद निर्वाचित हुए थे। उसके बाद पार्षदों ने डा अजय तिर्की को महापौर निर्वाचित किया था।
नगर निगम अंबिकापुर में 48 वार्ड है। पिछले चुनाव में नगर निगम के 28 वार्डों में कांग्रेस के पार्षद निर्वाचित हुए थे। 19 वार्डों में भाजपा तथा एक वार्ड में निर्दलीय पार्षद निर्वाचित हुए थे। नगरीय निकाय चुनाव की प्रक्रिया शुरू होते ही शहर में राजनैतिक माहौल जोर पकडऩे लगा है। भाजपा व कांग्रेस के कई दावेदार पहले से ही वार्डों में सक्रिय है। जनता से संपर्क और जन समस्याओं के निराकरण के लिए वे अपने स्तर से प्रयास कर रहे हैं। हाल ही में संपन्न लोकसभा निर्वाचन में अंबिकापुर शहरी क्षेत्र में भाजपा 21 हजार 32 वोटों से आगे हैं। शहरी क्षेत्र के 110 मतदान केंद्रों में से 90 में भाजपा तथा 19 में कांग्रेस को बढ़त मिली है। बूथ क्रमांक 125 देवेश्वर कालोनी में भाजपा और कांग्रेस को बराबर वोट मिले हैं। इस बूथ पर दोनों दल को 451-451 मत मिले हैं।शहरी क्षेत्र के कुल एक लाख 16 हजार 432 मतों में से 75 हजार 795 मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया था। इसमें भाजपा को 47 हजार 634 मत मिले हैं।