
येरेवन, 01 अक्टूबर । अजरबैजान के हमले के बाद से नागोर्नो-काराबाख की 80 प्रतिशत आबादी घर छोड़कर आर्मेनिया पलायन कर चुकी है। आर्मेनिया के प्रधानमंत्री निकोल पशिन्यान के प्रेस सचिव नाजेली बगदासारियान ने कहा कि नागोर्नो-काराबाख से अबतक 1,00,417 जातीय आर्मेनियाई लोग आर्मेनिया पहुंचे हैं।इस क्षेत्र की आबादी लगभग 1,20,000 थी। अजरबैजान ने पिछले हफ्ते सैन्य हमले के बाद इस क्षेत्र पर कब्जा कर लिया था। बगदासारियान ने कहा,पिछले सप्ताह के दौरान कुल 21,043 वाहन हकरी पुल को पार कर आर्मेनिया पहुंचे हैं। यह पुल आर्मेनिया को नागोर्नो-काराबाख से जोड़ता है। नागोर्नो-काराबाख के ज्यादातर लोग अजरबैजान में नहीं रहना चाहते इसलिए वह आर्मेनिया भाग रहे हैं। हालांकि, अजरबैजान का कहना है कि वह इस क्षेत्र में रहने वालों की सुरक्षा की गारंटी लेता है। अजरबैजान के आश्वासन के बावजूद आर्मेनिया के पीएम पशिनियन और अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञों ने बार-बार इस क्षेत्र में आर्मेनियाई लोगों के जातीय सफाए को लेकर चेतावनी दी है। नागोर्नो-काराबाख क्षेत्र, आर्मेनिया और अजरबैजान के बीच तीन दशकों में दो युद्धों का कारण रहा है। अजरबैजान ने 19 सितंबर को इस क्षेत्र पर हमला शुरू किया था। इस हमले में 200 से ज्यादा लोग मारे गए थे। इसके बाद रूस की मध्यस्थता के बाद दोनों पक्ष युद्धविराम पर सहमत हुए थे।