ठमांडू, १९ अक्टूबर।
नेपाल के पूर्व उप प्रधानमंत्री रबी लामिछाने को सहकारी समितियों से जुड़े धन के दुरुपयोग के मामले में शुक्रवार शाम को यहां उनके पार्टी कार्यालय से गिरफ्तार किया गया। नेपाल की केंद्रीय जांच ब्यूरो की पुलिस की एक टीम ने राजधानी काठमांडू के बाहरी इलाके बनस्थली में कार्यालय पर छापा मारा और 50 वर्षीय लामिछाने को गिरफ्तार किया, जो राष्ट्रीय स्वतंत्र पार्टी के अध्यक्ष भी हैं।इससे पहले, कास्की जिला न्यायालय ने सूर्यदर्शन सहकारी समितियों के धन के दुरुपयोग के मामले में पूर्व उप प्रधानमंत्री और गृह मंत्री के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया था। एक संसदीय जांच समिति ने पाया था कि सूर्यदर्शन सहकारी समितियों के 1.35 अरब रुपये के फंड का दुरुपयोग किया गया था। नेपाल पुलिस ने पुष्टि की कि सहकारी निधि के दुरुपयोग के संबंध में शुक्रवार को लामिछाने के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया गया था। न्यायमूर्ति कृष्ण जंग शाह की अध्यक्षता वाली कास्की जिला न्यायालय की एक पीठ ने लामिछाने की गिरफ्तारी की अनुमति दी। पीठ ने पुलिस को 13 अन्य लोगों- बिशाल तमांग, नवीन अचामी, रबीना रिमल, अशरफ अली सिद्दीकी, दीपक लामा, अनंत बाबू राय, राम बहादुर खनल, देवेन्द्र बाबू राय, बिग्यान राय, ओम प्रकाश गुरुंग, बीर बहादुर रानाभट, दीपा न्यूपाने और कल्पना कुमारी श्रेष्ठ को भी समान आरोपों के संबंध में गिरफ्तार करने की भी अनुमति दी।समिति की रिपोर्ट में आरोप लगाया गया है कि लामिछाने सूर्यदर्शन और गोरखा मीडिया नेटवर्क सहित विभिन्न सहकारी समितियों के धन का दुरुपयोग करने में शामिल थे, जब वह अब भंग हो चुकी मीडिया कंपनी के प्रबंध निदेशक थे। रिपोर्ट में सहकारी धोखाधड़ी में उनकी भूमिका के लिए कई अन्य लोगों को भी जिम्मेदार ठहराया गया है। रबी लामिछाने 6 मार्च 2024 से 15 जुलाई 2024 तक नेपाल की पुष्प कमल दहल की सरकार में उप प्रधानमंत्री थे। इस दौरान देश के गृह मंत्रालय का कार्यभार भी उनके पास था। इससे पहले 26 दिसंबर 2022 से 27 जनवरी 2023 तक भी वह उप प्रधानमंत्री रह चुके हैं। राजनीति नें आने से पहले वह पत्रकार भी थे और टीवी की जानी-मानी हस्ती थे।लामिछाने ने बाद में 2022 में राजनीति में प्रवेश किया। उन्होंने राष्ट्रीय स्वतंत्र पार्टी के गठन की घोषणा की और उसी वर्ष चुनाव लडऩे वाले सांसद के रूप में संघीय संसद में प्रवेश किया। अपने कर्मचारियों को वेतन का भुगतान करने में विफलता के कारण उनके मालिकाना हक वाले टेलीविजन कंपनी ने पिछले साल से अपना औपचारिक संचालन बंद कर दिया है।