पटना, ३० दिसम्बर ।
पटना के जेपी गोलंबर पर रविवार की देर शाम बैरिकेडिंग तोड़ सीएम आवास की ओर बढऩे की कोशिश कर रहे बिहार लोक सेवा आयोग अभ्यर्थियों पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया। दो वाटर कैनन से अभ्यर्थियों पर पानी की बौछार भी की गई। पुलिस की लाठी से सात-आठ छात्र जख्मी हो गए। दर्जन भर प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया गया। सिटी एसी स्वीटी सहरावत ने बताया कि जिला प्रशासन से अभ्यर्थियों ने प्रदर्शन की अनुमति नहीं ली थी। गैरकानूनी ढंग से उन्होंने रास्ता रोक रखा था। इससे विधि-व्यवस्था की समस्या उत्पन्न हो रही थी। दंडाधिकारी और पुलिस पदाधिकारी ने अभ्यर्थियों को वहां से हटने को कहा। कई बार चेतावनी दी गई, लेकिन वह सडक़ से हटने को तैयार नहीं हुए। इसके बाद पुलिस ने उन्हें लाठीचार्च कर हटा दिया। आदेश का उल्लंघन करने वाले प्रदर्शनकारियों के विरुद्ध प्राथमिकी की जाएगी। बीपीएससी की 70वीं प्रारंभिक परीक्षा रद करने की मांग को लेकर बीपीएससी अभ्यर्थी लगातार आंदोलन कर रहे हैं।वहीं, इस मामले को लेकर पुलिस ने प्रशांक किशोर सहित कई लोगों पर मामले दर्ज किए हैं। प्रशांत किशोर पर छात्रों को भडक़ाने का आरोप लगाया गया है। रविवार की सुबह वह गांधी मूर्ति के पास जुटने लगे। मुख्यमंत्री आवास तक पैदल मार्च करने का निर्णय लिया गया। शाम में जनसुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर भी अभ्यर्थियों के समर्थन में पहुंचे। प्रशांत के वहां पहुंचने पर युवाओं ने उनके विरुद्ध खूब नारेबाजी की। युवाओं का कहना था कि वे अपने बूते आंदोलन को आगे बढ़ाएंगे। छात्रों के आंदोलन को किसी राजनेता के हाथ में नहीं जाने देंगे। इस बीच, मुख्य सचिव अमृतलाल मीणा ने वार्ता की पेशकश की और अभ्यर्थियों के प्रतिनिधिमंडल को मिलने के लिए बुलाया था, मगर वे जाने के लिए तैयार नहीं हुए। सीएम आवास की ओर पैदल मार्च जारी रखा। जेपी गोलंबर के पास बैरिकेडिंग की गई थी।
वहां अभ्यर्थियों को पुलिस ने आगे-बढऩे से रोक लिया। लगभग ढाई घंटे तक पुलिस और प्रशासन के अधिकारी अभ्यर्थियों को वहां से हटने के लिए मान-मनौव्वल करते रहे। जेपी गोलंबर से जुड़ी सडक़ों पर वाहनों की लंबी कतार लग गई। तब अभ्यर्थियों को चेतावनी दी जाने लगी। इससे प्रदर्शनकारी उग्र हो गए, उन्होंने बैरिकेडिंग तोड़ दी। तब पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया। 13 दिसंबर को बीपीएससी की प्रारंभिक परीक्षा ली गई थी। राजधानी के बापू सभागार परीक्षा केंद्र पर धांधली का आरोप लगाकर परीक्षार्थियों ने बहिष्कार कर दिया था। इसके बाद इस केंद्र की परीक्षा रद कर दी गई थी। अब चार जनवरी को यह परीक्षा होनी है।