
जांजगीर-चांपा। पूरे प्रदेश में एक ओर जहां प्रधानमंत्री ग्राम सडक़ योजना एवं मुख्यमंत्री ग्राम सडक़ योजना के माध्यम से छोटे-छोटे ग्राम पंचायत एवं आश्रित ग्रामों में सडक़ बनाकर सुविधा प्रदान की जा रही है वहीं दूसरी ओर जिला मुख्यालय जांजगीर से महज 5 किलोमीटर दूरी पर स्थित दिल्ली पब्लिक स्कूल घुठिया (मड़वा) के बराईन पारा के पहुंच मार्ग में सडक़ नहीं बन पाने के कारण विद्यार्थियों को आने-जाने में बहुत परेशानी का सामना करना पड़ है। विशेष कर छोटे-छोटे बच्चे इसी मार्ग से होकर विद्यालय जाते हैं जो महज 1 किलोमीटर की दूरी की सडक़ है जिसमे हिचकोले खाते हुए विद्यालय आते जाते हैं। इसे बनाने के लिए प्रशासन का जरा भी ध्यान नहीं है।
ज्ञात होगी ग्राम पंचायत घुठिया का आश्रित मोहल्ला बराईन पारा है जहां पर शासन का खुद आंगनबाड़ी केंद्र एवं प्राथमिक शाला भवन निर्माण किया हुआ है वहीं इसके ठीक सामने दिल्ली पब्लिक स्कूल स्थित है इन विद्यालय में आने जाने के लिए मुख्य मार्ग से महज 1 किलोमीटर की दूरी में भारी गड्ढे विद्यमान है जिसमें नदी से रेट परिवहन करने वाले भारी वाहनों का आवागमन होने के कारण मार्ग पूरी तरह से जर्जर हो गया है। वही सडक़ व्यवस्था ठीक नहीं होने के कारण शासकीय आंगनबाड़ी केंद्र एवं प्राथमिक शाला में बच्चे पढऩे नहीं जा पा रहे हैं। सबसे गौर करने वाली बात यह है कि यहीं पर दिल्ली पब्लिक स्कूल स्थित है जहां जिले भर के अधिकारी, कर्मचारी एवं नेताओं के बच्चे इस विद्यालय में पढ़ते हैं जिनका समय-समय पर खुद बच्चों के कार्यक्रम में आना जाना होता है। वे सभी खुद सडक़ की दुर्दशा को जानते हैं परंतु जिला प्रशासन द्वारा महज 1 किलोमीटर की दूरी की सडक़ को बनाने के लिए रूचि नहीं है। दिल्ली पब्लिक स्कूल के विद्यालय के बच्चे एवं शासकीय स्कूलों में पढऩे वाले बच्चे कीचड़ में आने जाने को मजबूर है जबकि ग्रामीण विकास के मध्य नजर सरकार छोटे-छोटे ग्राम पंचायत एवं आश्रित ग्रामों तक सडक़ का निर्माण कर रही है, चूंकि यह अति महत्वपूर्ण मार्ग हैं इस सडक़ का निर्माण करना प्रशासन भूल गई है । इस सडक़ को ऊपर करते हुए स्थाई रूप से इसमें डामरीकरण का कार्य कराए जाने की आवश्यकता है । सच कहा जाए तो इस सडक़ में बड़े-बड़े गड्ढे विद्यमान है जिसको देखकर बड़े लोगों को स्वाभाविक रूप से गिरने का डर होता है। बरसात के दिनों मे गढ़ों पर पानी भरा रहता है वही पूरा सडक़ कीचड़ में तब्दील हो गया है, गर्मी के दिनों में सडक़ का निर्माण नहीं होने के कारण धूल उड़ते रहता है । इसलिए यहां सडक़ का निर्माण किया जाना आवश्यक है ताकि कोई बड़ी दुर्घटना ना घटे।
कई बार देखने को मिलता है कि अपने बच्चों को छोडऩे आए पालक इसी कीचड़ में रास्ते में चलने के कारण गिर जाते हैं जिसमे बच्चों का कपड़ा और पुस्तक, काफी आदि खराब हो जाता है, वहीं बस आदि से आवागमन करने वाले बच्चों को इस हिचकोले खाने पड़ रहे हैं जिससे बच्चों के स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ता है। जिला प्रशासन को चाहिए कि इस अति महत्वपूर्ण मार्ग में सडक़ का निर्माण तत्काल कराएं ताकि विद्यालय आने-जाने वाले बच्चों को और परेशानी से जूझना ना पड़े।