चांपा। प्रदेश के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री और मस्तुरी क्षेत्र के विधायक डॉ. कृष्णमूर्ति बांधी ने कहा कि पीएससी घोटाले पर उच्च न्यायालय का जो फैसला आया है, उससे प्रदेश सरकार को शर्म महसूस करनी चाहिए । उक्त बाते जांजगीर भाजपा कार्यालय मे मीडीया को सम्बोधित करते हुए डाक्टर बांधी बोल रहे थे उन्होंने कहा कि प्रदेश के युवा और भाजपा शुरू से पीएससी की भर्ती में घोटाले और इसमें भाई-भतीजावाद होने को लेकर लगातार प्रदेश सरकार का ध्यान आकृष्ट कर रहे थे लेकिन हमेशा की तरह प्रदेश की भूपेश सरकार घोटालेबाजों की संरक्षक बनी नजर आ रही थी और इस मामले में किसी तरह की जाँच के आदेश नहीं दे रही थी। अब उच्च न्यायालय ने इस विषय पर संज्ञान लिया है, जो यह बताने के लिए पर्याप्त है कि किस तरह पीएससी में भाई-भतीजावाद चलाकर घोटाले किए गए हैं! ऐसी सरकार, जो पीएससी की भर्ती में घोटाला करे, युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ करे, को एक क्षण भी सत्ता में बने रहने का कोई नैतिक अधिकार नहीं रह जाता है। यह लोक सेवा आयोग की पहली और आखिरी गलती नहीं है। पिछले साल की तरह इस साल के परिणामों के बाद लोक सेवा आयोग ने उम्मीदवारों की उत्तरपुस्तिकाओं को ऑनलाइन जारी किया है। इसके बाद उम्मीदवारों के साथ हुए अन्याय का पर्दाफाश हुआ है। जिन उम्मीदवारों ने गलत उत्तर लिखे हैं, उन्हें पूरे अंक दिए गए हैं और जिन्होंने सही उत्तर लिखे हैं, उन्हें कम अंक दिए गए हैं।यहाँ तक कि पूरा पेज कोरा छोडऩे वाले को भी पूरे अंक दिए गए हैं! लोक सेवा आयोग जैसी संवैधानिक संस्था पर से युवाओं का विश्वास खत्म हो रहा है। प्रदेश की प्रशासनिक व्यवस्था के साथ खिलवाड़ करना एक दंडनीय अपराध जैसा है,भूपेश सरकार को आने वाले चुनाव मे इसका दंड भुगतना ही होगा।