जम्मू। भीड़-भाड़ भरे बाजारों में लोगों की आड़ में छिपे आतंकियों को ढूंढकर मार गिराने में महारत रखने वाले और कई विशेष आपरेशन में हिस्सा ले चुके सेना की स्पेशल फोर्स के कर्नल विक्रांत पराशर अब जम्मू-कश्मीर पुलिस के जवानों को विशेष अभियानों के लिए तैयार करेंगे। शौर्य चक्र विजेता कर्नल विक्रांत पुलिस के जवानों को भी सेना के पैरा कमांडो की तर्ज पर ट्रेनिंग देंगे, ताकि वे आतंकियों का काल बन सकें। यह पहली बार है जब जम्मू-कश्मीर पुलिस में सेना के कर्नल को डेपुटेशन पर लाया गया है। जम्मू-कश्मीर में पाकिस्तान की शह पर जारी आतंकवाद पर मारक प्रहार करने के लिए प्रदेश प्रशासन ने यह बड़ा कदम उठाया है।
बर्फीले हालात में युद्ध लड़ने मिलेगी ट्रेनिंग
जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने सेना की पैरा रजीमेंट की दसवीं बटालियन के कर्नल विक्रांत को दो साल की डेपुटेशन पर एसएसपी (ट्रेनिंग, स्पेशल अभियान) बनाया है। वह इस समय गुलमर्ग में सेना के हाई अल्टीच्यूड वारफेयर स्कूल में सैन्य कर्मियों को लद्दाख व कश्मीर के ऊपरी इलाकों में बर्फीले हालात में युद्ध लड़ने और सैन्य अभियान चलाने की ट्रेनिंग दे रहे हैं। अब वह अगले दो साल जम्मू-कश्मीर पुलिस के अधिकारियों व जवानों को भी स्पेशल फोर्स की तरह दक्ष बनाएंगे। जम्मू-कश्मीर प्रशासन की ओर से कर्नल विक्रांत के पुलिस में डेपुटेशन में जाने का आदेश शुक्रवार को प्रमुख सचिव चंद्राकर भारती की ओर से जारी किया गया। दो वर्ष की डेपुटेशन अवधि के दौरान कर्नल विक्रांत को उन्हें उनके रैंक के अनुसार वेतन, भत्ते, वरियता व आवासीय सुविधा उपलब्ध रहेगी।