चांपा। फ्लोरा मैक्स कंपनी के धोखाधड़ी मामले में चौकाने वाली घटना सामने आई है। कंपनी द्वारा किए गए झूठे वादे और निवेशकों के बढ़ते दबाव के कारण महिला एजेंट के पति संतोष साहू 50 ने जहर सेवन कर लिया है। उनका इलाज बीडीएम अस्पताल में किया जा रहा है। पीडि़त का बयान नायब तहसीलदारं प्रशांत गुप्ता द्वारा लिया गया। पुलिस की टीम मौके पर पहुंचकर जांच में जुट गई है। फ्लोरा मैक्स कंपनी की महिला एजेंट नीरा साहू ने बताया कि वह 2 साल पहले फ्लोरा मैक्स कंपनी में जुड़ी थी। कंपनी के संचालक अखिलेश सिंह ने कमीशन व अन्य लाभों का लालच देकर उन्हें नेटवर्क में शामिल किया। नीरा ने 30 हजार रुपए शुरुवाती में जमा किया। ज्यादा कमीशन के प्रलोभन में आकर वह 8 अलग अलग बैंकों और वित्तीय संस्थाओं से लोन लिया। उन्होंने 380 महिलाओं को अपने चैनल में जोड़ा लेकिन कंपनी ने समय पर किश्तें देना बंद कर दिया। जिससे निवेशकों और बैंक का दबाब बढऩे लगा। नीरा साहू के पति संतोष साहू ने कहा कि कंपनी के झूठे वादों ने उनकी आर्थिक स्थिति बर्बाद कर दी। परिवार मानसिक और आर्थिक स्थिति झेल रहा है।
महिलाओं को झूठे वादों और प्रलोभनों में फंसाकर आर्थिक शोषण करने वाले फ्लोरा मैक्स कंपनी के खिलाफपुलिस ने जांच शुरू कर दी है। एसडीओपी के निर्देशन में यह जांच की जा रही है। फ्लोरा मैक्स कंपनी ने महिलाओं को 30 हजार का निवेश करवाने पर हर महीने 2700 किश्त देने और अधिक जॉइनिंग पर बोनस एवं अन्य पुरस्कार देने का वादा किया था। कंपनी ने बड़ी संख्या में महिलाओं को इस योजना में शामिल कर उनसे मोटी रकम वसूली। चाम्पा क्षेत्र की नीरा साहू जिन्होंने 380 महिलाओं को जोड़ा था। इस घोटाले का शिकार हुईं। कंपनी के वादे पूरे न होने और निवेशकों के बढ़ते दबाव के कारण उन्होंने आत्महत्या का प्रयास किया।
फ्लोरा मैक्स कंपनी के खिलाफ गंभीर आरोप लगे हैं। प्राथमिक जांच में यह मामला. फर्जीवाड़े का प्रतीत होता है। पीडि़तों से अपील है कि वे अपनी शिकायतें दर्ज कराएं। दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
यदुमणि सिदार, एसडीओपी चांपा