जांजगीर चांपा । तागा में स्थित पावर ग्रिड प्रबंधन के द्वारा लगभग दो सौ से अधिक नीम, बबूल और अन्य पेड़ों को अंधाधुंध कटाई करा दी गई है। इसके लिए न तो पंचायत से कोई अनुमति ली गई है और न ही प्रशासन से किसी प्रकार को अनुमति ली गई है। पेड़ों की कटाई को लेकर ग्रामीणों में आक्रोश बढ़ रहा है। वहीं सरपंच ने भी एसडीएम को पत्र लिखकर पेड़ों की अवैध कटाई पर रोक लगाते हुए कार्रवाई की मांग की थी। मगर इसके बाद भी जिम्मेदार मौन साधे हुए हैं। हरियाली को बढ़ावा देने के लिए हर वर्ष सरकार द्वारा पौधरोपण अभियान चलाया जाता है। इस पर शासन द्वारा करोड़ों रुपये खर्च भी किए जाते हैं मगर उसकी सुरक्षा को लेकर संबंधित विभाग के द्वारा कोई ध्यान नहीं दिया जाता है। ग्राम पंचायत तागा में स्थित पावर ग्रिड के द्वारा क्षेत्र में लगे फलदार व छायादार पेड़ों को अंधाधुंध कटाई कराई जा रही है। पावरग्रिड प्रबंधन द्वारा पंचायत के बिना अनुमति के फलदार और छायादार नीम, बबूल और अन्य सहित लगभग दो सी से अधिक पेड़ों की कटाई करा दी गई है। जबकि उसके बदले एक भी पौधे नहीं लगाए गए हैं। पेड़ों की कटाई से पर्यावरण को नुकसान पहुंच रहा है। ग्राम पंचायत के सरपंच ने पहले पेड़ों की कटाई नहीं करने के लिए प्रबंधन को मना भी किया मगर प्रबंधन पर इसका कोई असर नाहीं हुआ। आखिरकार उन्होंने एसडीएम को इसकी जानकारी देते हुए पेड़ों की कटाई पर रोक लगाने की मांग को थी, बावजूद इसके प्रशासन द्वारा ग्रिड प्रबंधन पर कोई कार्रवाई नहीं की गई। एक तरह प्रशासन द्वारा पावरग्रिड प्रबंधन को मौन स्वीकृति दे दी गई है। यहीं प्रबंधन के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं होने से ग्रामीणों में आक्रोश है।