चांपा। शहर के भीतर से िदन-रात भारी वाहनों का आना-जाना लगा रहता है। इसे रोकने में स्थानीय प्रशासन नाकाम साबित हो रहा है। इस कारण से सडक़ों का खराब होने की आशंका है।
बैरियर रोड से रेलवे स्टेशन तक डिवाइडरयुक्त डामर का सडक़ को नगर पालिका ने बनवाया है। इस पर रात 10 बजे से लेकर सुबह सात बजे तक भारी वाहन चलते है, जिससे सडक़ का खराब होने का प्रबल संभावना बनी है। भारी वाहनों के कारण मॉर्निंग वॉक करने वालों को हादसा होने का डर लगा रहता है। सुबह जो सडक़ों पर निकलते हैं, उनको भी डर लगा रहता है िक कही कोई दुर्घटना ना हो जाए। फिर भी नगर के यातायात प्रभारी या पुलिस प्रशासन इस पर कार्यवाही नहीं करती, जबकि अब चारों तरफ हाईवे का निर्माण हो गया है। इसके बावजूद गाड़ी वाले डीजल बचाने के चक्कर में शहर के बीच से भारी वाहनों को गुजार रहे हैं।
शहर के भीतर से रोजाना गिट्टी लोड वाहन बड़ी संख्या में गुजरते हैं।
चूंकि नगर से लगे बिरगहनी में भारी संख्या में गिट्टी खदानें है, जहां से कोरबा के लिए 18 चक्के में गिट्टी प्रतिदिन 50 गाड़ी से ऊपर आती जाती हैं। उनको शहर के बीच से कोरबा की ओर जाने में कम दूरी तय करनी पड़ती है, जबकि उनको पीआईएल बाइपास होकर घटोली चौक होते हुए बिर्रा फाटक के पास बने ओवरब्रिज से जाना चाहिए।
कोरबा अगर वे ऐसे जाएंगे तो 5 किलो मीटर ज्यादा लगेगा।