
जांजगीर – चांपा। ग्राम पंचायत खोखसा में विभिन्न् निर्माण कार्यों में सरपंच सचिव के ऊपर भ्रष्टाचार का आरोप और अधिकारियों के ऊपर संरक्षण देने का आरोप लगाते हुए ग्रामीणों ने मोर्चा खोल दिया है। जांच में अनियमितता पाए जाने के बाद भी सरंपच को नहीं हटाने और सचिव के खिलाफ कार्रवाई करने के बजाए ट्रांसफर करने से नाराज ग्रामीण जिला मुख्यालय के कचहरी चौक में मंगलवार से अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल में बैठ गए हैं।
ग्राम पंचायत खोखसा के ग्रामीणों ने सरपंच-सचिव पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं। ग्रामीणों का कहना है कि भ्रष्टाचार की जानकारी के बावजूद सरपंच-सचिव के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई है। बंधवा तालाब से मुक्तिधाम तक तीन सौ मीटर की सीसी रोड बननी थी। सरपंच – सचिव ने केवल 270 मीटर तक सीसी रोड निर्माण किया और 300 मीटर तक निर्माण का पैसा निकाला है।
वहीं बोर खनन के लिए साल 2021-22 में 14वें वित्त से 1.80 लाख और 15 वित्त से 1.80 लाख रुपए की राशि आहरण की गई थी। कलेक्टर आकाश छिकारा से मामले की शिकायत के बाद जांच दल का गठन कर जांच कराया गया था। तहसीलदार की पांच सदस्यों की टीम ने जांच के दौरान अनियमितता पाई थी। ग्रामीणों का आरोप है कि सचिव पर कार्रवाई करने के बजाय जिला प्रशासन ने सचिव का ट्रांसफर कर दिया है।