जांजगीर। बनाहिल से नरियरा होते हुए मुलमुला सड़क पर पीडब्ल्यूडी द्वारा तीन माह पहले डामरीकरण किया गया था। पुराने पुल पर मरम्मत भी हुआ ?था। लेकिन तीन माह में ग्राम बनाहिल से नरियरा के बीच भगत कुआं से पहले पुल नीचे की ओर धंस गया। इससे रोड ऊपर-नीचे होने के कारण हादसा होने का खतरा बन हुआ था। इसे लेकर दैनिक भास्कर ने 29 मार्च को खबर प्रकाशित की। इसके बाद निर्माण में लगा अमला रोड की मरम्मत के लिए पहुंचा। सड़क के अन्य हिस्सों पर भी सुधार किया गया है। इस रास्ते पर ठेकेदार द्वारा पुल के पास सोल्डर पर दोनों ओर मुरूम डाला गया है। जहां रोड धंसी थी, वहां दोबारा डामरीकरण किया जा रहा है। पीडब्ल्यूडी ने तीन माह पहले बनाहिल से लेकर नरियरा होते हुए मुलमुला रोड तक आठ किमी की लंबी सड़क का डामरीकरण किया था। सड़क के दोनों ओर नाली का निर्माण भी कराया गया था। बनाहिल और नरियरा के बीच इस रोड पर ठेकेदार द्वारा लगभग काम पूरा कर लिया गया है, लेकिन निर्माण एजेंसी ने सड़क निर्माण में आने वाले लागत, पूरा करने की तिथि, परफारमेंस अवधि की जानकारी लोगों को मिल सके, इसके लिए बोर्ड अब तक नहीं लगाया गया। जबकि निर्माण शुरू से पहले मार्ग में होने वाले उन्नयन कार्य की जानकारी दर्शाने के लिए एक बोर्ड लगाना अनिवार्य होता है। सड़क पूरी बनी, पर सुरक्षा के इंतजाम नहीं सड़क निर्माण हुए करीब तीन माह हो गए हैं, लेकिन निर्माण में लगे ठेकेदार द्वारा इस 8 किमी के दायरे में सड़क पर चलने वाले लोगों के लिए सुरक्षा के इंतजाम नहीं किए गए हैं। इस रास्ते पर दिन-रात भारी वाहन चलते रहते हैं। नरियरा, सोनसरी और मुलमुला गांव के पास भारी वाहनों के कारण हादसे का खतरा बना हुआ है। गांव के पास रेडियम पट्टी, संकेतक बोर्ड, रोड पर डिवाइडर पट्टी, पार्किंग पट्टी आदि नहीं लगाए गए हैं।