
कोरिया बैकुंठपुर। धान खरीदी केन्द्रों में शासन द्वारा निर्धारित गाईड लाईन को दरकिनार कर किसानों के खातों में धडल्ले से धान की खरीदी की जा रही है, गड़बड़ी करते हुए कुछ किसान अपने खातों के साथ धान खरीदी केन्द्रों में पकड़े भी जा रहे हैं जहां कार्यवाही के नाम पर उनके धान को अधिकारीयों द्वारा जप्त कर मामले को समाप्त कर दिया जा रहा है, अगर सूक्ष्मता से जांच किया जाये तो इसमें धान खरीदी केन्द्र के अधिकारी, कर्मचारी से लेकर राईस मील संचालक व क्षेत्र में दुकान लगाकर धान खरीदी करने वाले कई व्यापारीयों की संलिप्तता भी उजागर हो सकती है लेकिन अधिकारियों द्वारा महज कोरम पूरा करने जैसी कार्यवाही करने की वजह से धान खरीदी केन्द्रों में हो रही फर्जी धान खरीदी नहीं रूक रही है जिससे सरकार को करोड़ों रूपए का नुकसान हो रहा है। आलम यह है कि अगर अधिकारी हर रोज धान खरीदी केन्द्रों में छापामार कार्यवाही करना शुरू कर दिये तो हर रोज गड़बड़ी मिलेगी या धान खरीदी में हो रही गड़बड़ी बंद हो जायेगी जिससे सरकार का नुकसान नहीं हो पाएगा।
धान खरीदी केन्द्रों में इस तरह के फर्जी खरीदी की बात आ रही है सामने –
कुछ किसान व कोचिया सांठ गांठ कर प्रति क्वींटल 800 रूपए लाभ कमाने के लिए धान उपलब्ध न होने के बाद भी दुकान खोलकर धान खरीदी करने वाले व्यापारियों, गांव गांव में घूमकर धान खरीदने वाले कोचियों सहित सीधे राईस मील से धान खरीद कर धान खरीदी केन्द्रों में ले जाकर खातों में बेच रहें साथ ही धान खरीदी केन्द्र के प्रभारी को 2500 रूपए प्रति क्वींटल के हिसाब से एकमुश्त राशि देकर भी खातों में धान बेचना दर्शा दिया जा रहा है कुछ इसी तरह की धान खरीदी गत् 7 जनवरी को पटना क्षेत्र के धान खरीदी केन्द्र छिंदिया में 550 क्वींटल धान की खरीदी होने वाली थी लेकिन जांच में तहसीलदार, नायब तहसीलदार, हल्का पटवारी पहुंच गए जिससे पूरा सेटिंग बिगड़ गया, अधिकारियों के मुताबिक धान खरीदी केन्द्र छिंदिया में 7 जनवरी को धान बेचने के लिए रामपुर पसला के दो किसानों ने 550 क्वींटल का टोकन कटवाया था लेकिन धान बेचने के लिए धान खरीदी केन्द्र में काफी कम मात्रा में धान लेकर पहुंचे। उसी दिन अधिकारी भी निरिक्षण के लिए पहुंच गए, टोकन के अनुरूप कम मात्रा में धान देख दोनों किसानों से पूछ ताछ की गई व उनके घर जाकर जांच सत्यापन की गई जिसमें उनके घर में धान नहीं मिला, आगे फर्जी तरीके से धान खरीदी केन्द्र में धान न खपाया जा सके इस आधार पर दोनों किसानों से 465 क्वींटल एवं 85 क्वींटल कुल 550 क्वींटल का रकबा समर्पण करा दिया गया।
राईस मिल से खरीद कर धान खरीदी केन्द्र में बेचा जा रहा धान –
धान खरीदी केन्द्रों में बिचौलिये पूरी तरह से सक्रिय हो चुके हैं, व्यापारियों, कोचियों से खरीदे गए धान के साथ साथ राईस मिलों से भी कम दाम में धान खरीद कर किसानों के खातों में बेचा जा रहा है जिसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि बुधवार को धान खरीदी केन्द्र पटना में रनई निवासी किसान रामरतन के खाते में बेचने के लिए लाए गए धान से भरी 80 बोरियां, मुरमा के कृषक रंगलाल के खाते में बेचने के लिए लाए गए 75 बोरी धान, शासन द्वारा धान खरीदी केन्द्रों में वर्ष 2024-2025 में धान खरीदी के लिए उपलब्ध कराए गए बारदाने में मिली। इसी तरह तेंदुआ निवासी रामसागर की 47 बोरी और दिनेश की 90 बोरी धान बीज निगम के बोरी में भरा हुआ था जिसे तहसीलदार प्रतीक जायसवाल, रेवेन्यु विभाग के योगेश गुप्ता व उनकी टीम ने जप्त कर लिया। वहीं लगातार समितियों का निरिक्षण करने तहसीलदार पहुंच रहे हैं व किसी भी प्रकार की गड़बड़ी सामने आने पर कार्यवाही होगी यह बात धान खरीदी केन्द्र प्रभारीयों समेत किसानों से कही जा रही है।