नईदिल्ली, 0३ जुलाई ।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का राज्यसभा में संबोधन जारी है। पीएम मोदी राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा का जवाब दे रहे हैं। पीएम मोदी ने कहा, जनता ने हमें तीसरी बार सेवा का अवसर दिया है। हालांकि जनादेश कुछ लोगों को समझ नहीं आया। भ्रम की राजनीति को जनता ने ठुकराया है। पीएम मोदी ने कहा, राष्ट्रपति महोदया के भाषण में देशवासियों के लिए प्रेरणा भी थी, प्रोत्साहन भी था और एक प्रकार से सत्य मार्ग को पुरस्कृत भी किया गया था। पिछले दो-ढाई दिन में इस चर्चा में करीब 70 माननीय सांसदों ने अपने विचार रखे हैं। पीएम मोदी ने आगे कहा, 10 साल के बाद किसी एक सरकार की लगातार फिर से वापसी हुई है और मैं जानता हूं कि भारत के लोकतंत्र में 6 दशक बाद हुई ये असामान्य घटना है। कुछ लोग जानबूझकर इससे अपना मुंह फेर कर बैठे रहे, कुछ लोगों को समझ नहीं आया और जिनको समझ आया उन्होंने हो-हल्ला कर देश की जनता के इस महत्वपूर्ण निर्णय पर छाया करने की कोशिश की, लेकिन मैं पिछले दो दिन से देख रहा हूं कि आखिर पराजय भी स्वीकार हो रही है और दबे मन से विजय भी स्वीकार हो रही है। पीएम ने कहा, नतीजे आए तब से हमारे एक साथी की ओर से (हालांकि उनकी पार्टी इस बात का समर्थन नहीं कर रही थी) बार-बार ढोल पीटा गया था कि एक तिहाई सरकार।
इससे बड़ा सत्य क्या हो सकता है कि हमारे 10 साल हुए हैं, 20 और बाकी हैं। एक तिहाई हुआ है, दो तिहाई और बाकी है और इसलिए उनकी इस भविष्यवाणी के लिए उनके मुंह में घी शक्कर। बुधवार को राज्यसभा की कार्यवाही की शुरुआत में सदस्यों ने हाथरस हादसे के मृतकों को श्रद्धांजलि दी। वहीं, एक दिन पहले पीएम मोदी ने लोकसभा को संबोधित किया था। विपक्ष के हंगामे के बीच उन्होंने विपक्ष के हर आरोप का जवाब देते हुए कांग्रेस पर निशाना साधा था।