
जांजगीर-चांपा। बलौदा ब्लॉक अंतर्गत ग्राम पंचायत बोकरामुड़ा में रोजगार गारंटी के हुए कार्यों में सालों से फर्जीवाड़ा होने आने का आरोप ग्राम के ही उपसरपंच समेत पंचों और ग्रामीणों ने लगाया है। शिकायत पर एक बार जांच भी हो चुकी है जिसमें अनियमितता भी उजागर हुई है लेकिन इसके बाद भी आज तक किसी तरह की कार्रवाई नहीं हुई है। ऐसे में शिकायकर्ताओं ने पुन: सोमवार 24 जुलाई को जिपं सीईओ से इसकी शिकायत की है।
शिकायकर्ता ग्राम पंचायत बोकरामुड़ा के उपसरपंच भरतलाल यादव, बीडीसी नर्मदा बाई रजक, पंच गद्दीदास, कीर्तनबाई, राजकुमारी, अमृत बाई, चंदन बाई ने बताया है कि ग्राम पंचायत बोकरामुड़ा में सरपंच जगजीवन भारद्वाज एवं रोजगार सहायक लक्ष्मीदास के द्वारा रोजगार गारंटी के काम में फर्जी मस्टररोल भरकर गड़बड़ी की है। रोजगार सहायक की पत्नी अनिता एक दिन भी काम पर नहीं गई है लेकिन 2017 से 28 अप्रैल 2023 तक फर्जी मस्टररोल भरकर राशि आहरण किया गया है। इसी तरह सरपंच के द्वारा भी अपनी पत्नी विष्णु बाई के नाम से करीब 70 हाजिरी का फर्जी राशि आहरण किया गया है। इतना ही मड़वा प्लांट में ठेकेदारी करने वाले लोगों के नाम भरकर फर्जी तरीके से राशि निकाली गई। शिकायत पर बलौदा जनपद से जांच दल 28 जून 2023 को गांव में पहुंची थी। जांच टीम में शामिल तकनीकी सहायक अरुण रात्रे व राहुल अग्रवाल के द्वारा करीब 28 से 29 लोगों का बयान लिया गया। जिसमें पंचनामा के दौरान 15 से 20 लोगों ने अपने लिखित बयान में बताया कि वे रोज काम में जाती थी लेकिन रोजगार सहायक व सरपंच की पत्नी एक भी दिन काम करते नहीं देखा। जांच टीम ने प्रतिवेदन बनाकर जपं सीईओ को सौंपा है लेकिन इसके बाद भी जनपद से कोई कार्रवाई आज तक नहीं हुई। ऐसे में ग्रामीणों में भारी आक्रोश है और उग्र आंदोलन की बात कह रहे हैं।
जांच टीम के द्वारा प्रतिवेदन सौंपा गया है। जिसमें कुछ लोगों ने रोजगार सहायक व सरपंच की पत्नी के द्वारा काम करने तो कुछ लोगों के द्वारा काम नहीं करने का बयान दिया है। बयानों में विरोधाभास है। जांच टीम ने और सूक्ष्मता से जांच की बात कही है पर अभी एपीओ हड़ताल पर चले गए हैं। जल्द ही पूर्ण जांच कर अग्रिम कार्रवाई की जाएगी।