
चंडीगढ़, 0४ अक्टूबर । डीएसपी और एसएचओ पेश हुए इन्द्रप्रीत सिंह चंडीगढ़ पंजाब विधानसभा की विशेषाधिकार समिति ने तरनतारन के विधायक के साथ दुर्व्यवहार और शिष्टाचार के उल्लंघन के मामले में तरनतारन के पूर्व एसएसपी गुरमीत सिंह चौहान, डीएसपी जसपाल सिंह ढिल्लो और एसएचओ को तलब किया है। जानकारी के मुताबिक, डीएसपी जसपाल सिंह ढिल्लों और झब्बाल के तत्कालीन पुलिस अधिकारी आज विशेष अधिकार समिति के सामने पेश हुए। इन दोनों अधिकारियों ने कमेटी के सामने अपनी गलती भी मान ली है, लेकिन तत्कालीन एसएसपी गुरमीत चौहान ने 6 अक्टूबर को ड्यूटी ज्वाइन करने के बाद पेशी का हवाला देते हुए, मंगलवार को पेशी से छूट मांगी थी।कमेटी के चेयरमैन कुलवंत सिंह पंडोरी ने मंगलवार को पेश हुए डीएसपी और एसएचओ को 10 अक्टूबर को दोबारा कमेटी के सामने पेश होने के आदेश दिए हैं। पंडोरी ने कहा कि तीनों पुलिस अधिकारियों की एक साथ सुनवाई होगी। तरनतारन के विधायक डॉ. कश्मीर सिंह सोहल ने इन पुलिस अधिकारियों पर शिष्टाचार के उल्लंघन और दुर्व्यवहार की शिकायत की थी। विधायक कश्मीर सिंह सोहल ने शिकायत में कहा कि वह हलके की समस्याओं, नशे और अन्य कानून व्यवस्था को लेकर हलके के पुलिस और सिविल अधिकारियों से मिलते रहते हैं। इसी तरह 31 जुलाई को विधानसभा क्षेत्र के तीन डीएसपी, तीन एसएचओ और थाना प्रभारियों की बैठक बुलाई गई थी। उन्होंने कहा कि बैठक के दिन उनके विधानसभा क्षेत्र से पार्टी का एक वालंटियर भी आ गया, जिन्होंने पुलिस द्वारा भेदभाव करने और कोई सुनवाई न करने की बात की थी। डॉ. कश्मीर सिंह के मुताबिक जब उन्होंने डीएसपी और एसएचओ से पीडि़ता को न्याय देने के लिए कहा तो उल्टा डीएसपी और एसएचओ उनके सामने ही पीडि़ता से अभद्रता करने लगे। विधायक ने कहा कि उन्होंने पुलिस अधिकारियों से कहा कि आप अपने कार्यालय में पीडि़त के साथ दुव्र्यवहार कर रहे हैं और बाहर लोगों के साथ कैसा व्यवहार करते होंगे। उन्होंने कहा कि इसके बाद डीएसपी ने कहा कि वह इस डिवीजन में काम नहीं करेंगे। डॉ. कश्मीर सिंह ने कहा कि उन्होंने तुरंत एसएसपी को फोन किया, लेकिन उन्होंने अमृतसर साहिब में होने की बात कही। दूसरे दिन सुबह जब दोबारा फोन किया गया तो एसएसपी ने कहा कि वह कहीं और व्यस्त हैं। एसएसपी ने विधायक को जवाब देते हुए कहा, वे अपने अधिकारियों का ग्रेडेशन विधायक से न कराएं। कल लोग मेरे बारे में बहुत कुछ कहेंगे।” पुलिस के इस रवैये की शिकायत विशेषाधिकार समिति से की गयी। कमेटी ने तीनों अधिकारियों को आज तलब किया था।