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हिंदुओं के गौरव संभाजी का बलिदान देख बहे आंसू
यंग थिंकर्स फोरम द्वारा फिल्म छावा की विशेष स्क्रीनिंग सिनेपोलिस में गुरुवार को की गई। छत्रपति संभाजी महाराज के जीवन पर आधारित इस फिल्म को तीन सौ युवाओं ने देखा। इसमें मैनिट, आइएचएम, एमसीयू तथा एक्सीलेंस कालेज सहित भोपाल के अन्य संस्थाओं व संगठनों के युवा इसमें सम्मिलित हुए।साथ ही अनेक ब्लागर, यूट्यूबर, कलाकार, रंगकर्मी, शिक्षक व सामाजिक कार्यकर्ताओं ने भी माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता विश्वविद्यालय के कुलगुरु विजय मनोहर तिवारी की विशेष उपस्थिति में फिल्म देखी। फिल्म में दिखाया गया कि संभाजी महाराज शिवाजी के बड़े पुत्र थे।
संभाजी महाराज ने मुगल साम्राज्य को कड़ी टक्कर दी
राजा बनने के बाद उन्होंने मुगल साम्राज्य को कड़ी टक्कर दी। वे बड़े निडर व साहसी थे तथा युक्ति और शक्ति से युद्ध लड़ना जानते थे। वे औरंगजेब की आंखों की किरकिरी बने हुए थे। जब मुगल सेना द्वारा उनको धोखे से पकड़ा गया तब औरंगजेब ने उनको इस्लाम कबूल करने को कहा, तो धर्मांतरण न करने पर उनको अनेक यातनाएं दी गईं। शरीर को काटा गया, जलाया गया, नाखून निकल गए, आंखें निकाली हैं, जीभ तक काट दी गई। फिर भी वे धर्मांतरित नहीं हुए।