सीतापुर। बारिश में कीचड़ और वर्तमान मौसम में उड़ती धूल से परेशान शहरवासियों ने गुरुवार को राष्ट्रीय राजमार्ग पर सडक़ जाम कर दिया। लगभग छह घण्टे तक सडक़ जाम के बाद राष्ट्रीय राजमार्ग की ओर से 23 अक्टूबर से डामरीकरण के लिखित आश्वासन पर आंदोलन समाप्त किया गया। सडक़ जाम के कारण सीतापुर में वाहनों की लंबी कतार लगी रही।
राष्ट्रीय राजमार्ग की बदहाली के कारण वर्षो से धूल से परेशान हो चुके नगरवासियों ने सडक़ मरम्मत की मांग को लेकर गुरुवार सुबह 11 बजे सडक़ जाम कर दिया।विकास मंच एवं व्यापारी संघ के नेतृत्व में नगरवासियों द्वारा कारगिल चौक पर किए गए जाम के कारण आवागमन बाधित हो गया ।इस दौरान यात्री बसों को परिवर्तित मार्ग से गंतव्य की ओर रवाना किया जा रहा है।वही भारी वाहनों के जाम में फंसे होने की वजह से सडक़ के दोनों ओर वाहनों की लंबी कतार लग गई।जाम के दौरान नायाब तहसीलदार एवं राष्ट्रीय राजमार्ग के अधिकारी मौके पर पहुँचे। अधिकारियों ने चक्काजाम में बैठे लोगों को समझाने की बहुत कोशिश की। उन्होंने दीपावली के बाद सडक़ मरम्मत कराने का आश्वासन भी दिया। लेकिन आंदोलनकारी तत्काल सडक़ का डामरीकरण कराने की अपनी मांग पर अड़े रहे।आंदोलनकारियों का कहना था कि शासन प्रशासन अगर सडक़ की मरम्मत नही करा सकती तो अपने हाथ खड़े कर दे। हम नगरवासी आपस मे चंदा करके सडक़ की मरम्मत करा लेंगे।ताकि जानलेवा बन चुकी धूल से नगर को मुक्ति मिल सके।इस संबंध में आंदोलनकारियों ने कहा कि जब तक हमारी मांग पूरी नही होती। तब तक अनिश्चितकालीन चक्काजाम एवं विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा। देर शाम कार्यपालन अभियंता द्वारा 23 अक्टूबर से डामरीकरण का काम शुरू कराने का लिखित आश्वासन दिया गया। जिसे नायब तहसीलदार आर एस पैंकरा लेकर आंदोलनकारियों के पास पहुँचे। दोनों पक्षों के बीच हुई बातचीत एवं नायब तहसीलदार की समझाइश के बाद आंदोलनकारियों ने जाम समाप्त किया। इस दौरान नगरवासियों ने कहा कि अगर 23 को डामरीकरण का कार्य शुरू नही हुआ।उस स्थिति में नगरवासी फिर से सडक़ जाम करने को बाध्य होंगे। जिसकी सारी जिम्मेदारी प्रशासन पर होगी। इस मौके पर विकास मंच,व्यापारी संघ के पदाधिकारी,नगरवासी समेत पुलिस एवं प्रशासनके अधिकारी मौजूद थे। धूलभरी सडक़ से परेशान नगरवासियों ने विकास मंच एवं व्यापारी संघ के नेतृत्व में विगत सप्ताह भर पूर्व एसडीएम को ज्ञापन सौंपा था। ज्ञापन में लोगों ने सडक़ के धूल से मुक्ति दिलाने डामरीकरण की मांग की थी। ताकि जर्जर सडक़ की वजह से नगर में उडऩे वाली धूल से निजात मिल सके। डामरीकरण की मांग पूरी नही होने पर लोगों ने चक्काजाम की बात कही थी। इस संबंध में मौखिक रूप से सडक़ मरम्मत का आश्वासन भी दिया गया था।इसके बाद भी सडक़ मरम्मत एवं डामरीकरण को लेकर संबंधित विभाग ने गंभीरता नही दिखाई। जिसकी वजह से मजबूर होकर नगरवासियों ने विकास मंच एवं व्यापारी संघ के नेतृत्व में कारगिल चौक पर जाम कर दिया था।