
जांजगीर-चांपा। जिले की सडक़ों पर भारी वाहन यमदूत बनकर फरर्राटे भर रहे है। तेज रफ्तार भारी वाहन हर दिन किसी ना किसी को अपनी चपेट में ले रहे है। सप्ताह भर के भीतर ही भारी वाहनों की चपेट में आने से 3 लोगों की मौत हो चुकी है, वहीं दर्जन भर लोग घायल हुए है। तेज रफ्तार से दौड़ रहे भारी वाहनों के कारण सडक़ पर जान का जोखिम बन गया है। जरा सी चूक लोगों के लिए जानलेवा साबित हो रही है। फर्राटे भरते हाइवा, ट्रेलर और ट्रक राहगीरों को अपनी चपेट में ले रहे है। जिले में सप्ताह भर के अंदर ही ऐसे कई हादसे सामने आ चुके है। हादसों में 12 लोग घायल हुए है। वहीं 3 लोग काल के गाल में समा गए है। अकलतरा थाना क्षेत्र के अमरताल में 25 नवंबर की रात एक ट्रक से कार की भिडंत हो गई।
टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि कार के परखच्चे उड़ गए और उसमें सवार 7 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। इसी तरह मंगलवार 26 नवंबर को दोपहर साढ़े 3 बजे अमरताल में ही एक अन्य घटना में ट्रक की चपेट में आने से बाइक सवार ग्राम जेवरा पामगढ़ निवासी संदीप खुराना की मौत हो गई। वहीं बाइक में सवार अनिल कश्यप, मंजू दिवाकर एवं सुहानी कश्यप गंभीर रूप से घायल हो गए। घटना के बाद परिजनों एवं ग्राम वासियों के द्वारा अमरताल ग्राम में ब्रेकर, डिवाइडर एवं मुआवजा राशि की मांग को लेकर चक्का जाम कर दिया गया। इधर 27 नवंबर को जिला मुख्यालय के पुलिस लाइन में डाक पार्सल कंटेनर की चपेट में आने से एक महिला की मौत हो गई। मार्निंग वॉक पर निकली लक्ष्मी भारद्वाज के सिर पर गंभीर चोट आने से मौके पैर ही मौत हुई। वहीं उसके साथ मार्निंग वॉक कर रही ज्योति यादव और सुनीता बरेठ गंभीर रूप से घायल हुए। अगले ही दिन जिला मुख्यालय जांजगीर में हुए एक अन्य हादसे में एक शिक्षक की मौत हो गई। बाइक में सवार शिक्षक लक्ष्मीनारायण कश्यप को 28 नवंबर की रात करीब 8 बजे तेज रफ्तार ट्रक ने रौंद दिया। ट्रक की रफ्तार इतनी तेज थी कि हेलमेट भी बाइक सवार लक्ष्मीनारायण के किसी काम नहीं आया। बाइक सवार के सिर पर गंभीर चोट आने से मौके पर ही उसकी मौत हो गई।