नईदिल्ली, 0८ दिसम्बर ।
तेल अवीव सीरिया में विद्रोहियों के लगातार मजबूत होने और बशर अल असद सरकार के कमजोर पडऩे के बाद इस्राइल को एक और युद्ध का मोर्चा खुलने का डर सता रहा है। दरअसल सशस्त्र बलों ने गोलन हाइट्स इलाके में बफर जोन में प्रवेश कर लिया है और उनके द्वारा संयुक्त राष्ट्र के पर्यवेक्षक बलों पर हमले किए जा रहे हैं। इस्राइल के विदेश मंत्री गिदोन सार ने इस्राइल-सीरिया पर बढ़ रहे तनाव पर चिंता जाहिर की। इस्राइल को गोलन हाइट्स इलाके में मौजूद अपने लोगों की सुरक्षा के लिए चिंता हो रही है। सोशल मीडिया मंच एक्स पर साझा एक पोस्ट में इस्राइली विदेश मंत्री ने लिखा कि ‘पिछले 24 घंटे में सशस्त्र बलों ने इस्राइल के साथ लगती सीमा के बफल जोन में प्रवेश कर लिया है। क्षेत्र में मौजूद संयुक्त राष्ट्र पर्यवेक्षक बलों पर हमले किए जा रहे हैं। इस्राइल और सीरिया के बीच साल 1974 में हुए विघटन समझौते के उल्लंघन को लेकर इस्राइल चिंतित है, इससे गोलान हाइट्स इलाके में रहने वाले इस्राइली नागरिकों की सुरक्षा के लिए खतरा पैदा हो गया है। इस्राइल सीरिया के आंतरिक संघर्ष में हस्तक्षेप नहीं करेगा। सीरिया के विद्रोही समूह के प्रवक्ता लेफ्टिनेंट कर्नल हसन अब्दुल गनी ने रविवार को कहा कि सीरिया के चार शहरों दारारा, कुनेत्रा, सुवेदा और होम्स पर उनका कब्जा हो गया है और अब उनका ध्यान राजधानी दमिश्क पर कब्जा करने पर है। वहीं विद्रोहियों का दबदबा मजबूत होने के बाद राष्ट्रपति बशर अल असद के परिवार के सीरिया छोडक़र रूस जाने की चर्चा है। इस्राइली सेना ने चीफ ऑफ स्टाफ लेफ्टिनेंट-जनरल हर्जी हलेवी ने शनिवार रात को कहा कि इस्राइल रक्षा बल किसी भी परिस्थिति के लिए तैयार है। फिलहाल हम हालात पर नजर बनाए हुए हैं। उन्होंने कहा कि इस्राइल का सीरिया के गृहयुद्ध में हस्तक्षेप का कोई इरादा नहीं है।