जालंधर, १४ अगस्त । कमिश्नरेट पुलिस ने जवानी के जोश में सड़कों पर हुड़दंग मचाने वाले युवाओं के मामले में बड़ी मिसाल पेश की है। पुलिस ने गत दिवस वायरल वीडियो में पीपीआर माल के पास वाहनों में सवार होकर हुड़दंग करने वाले एक स्कूल के विद्यार्थियों के स्वजनों पर मामला दर्ज किया है। पुलिस का कहना है कि इस मामले में बच्चों के घरवालों की लापरवाही अधिक है। उन्होंने बच्चों को वाहन तो दे दिए, लेकिन यातायात नियम नहीं सिखाए। हुड़दंक करने में प्रयुक्त दो वाहन भी जब्त कर लिए गए हैं। एडीसीपी आदित्य ने बताया कि वीडियो में 15 से 20 विद्यार्थी तीन कारों व एक मोटरसाइकिल पर सवार होकर जबरदस्त हुड़दंग करते सड़क से गुजर रहे है। बच्चे वाहनों के दरवाजों से लटके हैं। कुछ छत पर बैठकर हुड़दंग कर रहे हैं। मोटरसाइकिल से पटाखे भी बजाए गए। पुलिस ने जांच के बाद वाहन मालिकों मनवीर सिंह, जितेंद्र कुमार व कांता रानी सहित 15-20 अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज करके कार्रवाई शुरू की गई है। वाहन मालिकों की गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं। हुड़दंगी बच्चों ने अपने साथ दूसरों की जान खतरे में डाली एडीसीपी ने कहा कि वीडियो में साफ नजर आ रहा था कि युवक अपनी हरकतों से अपनी व दूसरों की जान खतरे में डाल रहे हैं। वीडियो के आधार पर जब वाहनों के नंबर से उनके मालिकों का पता लगाया तो थार का मालिक मनवीर सिंह निवासी बाबा दीप सिंह नगर और मोटरसाइकिल का मालिक जितेंद्र कुमार निवासी कानपुर गांव निकला। तीसरी कार सियाज कांता पत्नी नरेश कुमार निवासी मोहल्ला करार खां की थी। एक क्रेटा का नंबर नहीं पढ़ा जा सका था। घरवाले बच्चों को वाहन देने से पहले यातायात नियम भी सिखाएं एडीसीपी आदित्य ने बताया कि जितनी गलती हुड़दंग करने वाले बच्चों की है, उतनी ही उनके स्वजनों की है, जिन्होंने उन्हें वाहन चलाने को दे दिए, लेकिन यातायात नियम नहीं सिखाए। जिस तरह बच्चे वाहन की छत पर बैठे या दरवाजों पर लटके हुए थे, उससे वे अपने साथ-साथ दूसरों की जान को भी खतरे में डाल रहे थे। इसमें स्वजनों की लापरवाही स्पष्ट दिखती है। इसलिए उनके विरुद्ध ही मामला दर्ज किया गया है। यदि घरवाले नहीं सुधरे तो ऐसी कार्रवाई जारी रहेगी।