
यरूशलम, २२ अक्टूबर ।
इजरायल और हमास के बीच लगातार 16 दिन से युद्ध जारी है। वहीं, हमास ने सात अक्टूबर को इजरायल पर हमला कर करीब 200 लोगों को बंधक बना लिया है। हमास ने दावा किया है कि उसने दो और बंधकों को मानवीय आधार पर छोडऩे का फैसला किया था, लेकिन इजरायल ने उन्हें लेने से इनकार कर दिया। हालांकि, इजरायल ने हमास के इस दावे को दुष्प्रचार बताया है। इजरायली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू के कार्यालय ने इस मामले पर बयान जारी कर कहा कि हम हमास के झूठे प्रचार का उल्लेख नहीं करेंगे। हमास की सशस्त्र शाखा के प्रवक्ता अबू उबैदा ने कहा कि जिस दिन दो अमेरिकी नागरिक को रिहा किया गया था उसी दिन मानवीय आधार पर दो अन्य लोगों को रिहा करने के समूह के इरादे के बारे में कतर को सूचित किया गया। हालांकि, इजरायल ने उन्हें लेने से इंकार कर दिया। अबू उबैदा ने कहा कि हमास जूडिथ और नताली की रिहाई में शामिल समान प्रक्रियाओं का उपयोग करके दो और लोगों को रिहा करने के लिए तैयार था।इजरायल ने इन सभी दावे को खारिज करते हुए कहा कि हमास का दो अन्य लोगों को रिहा करने का दावा दुष्प्रचार है। इजरायली पीएम के कार्यालय ने अपने एक बयान में कहा कि इजरायल लापता लोगों को घर वापसी के लिए हर तरह से कार्रवाई करना जारी रखेगा। मालूम हो कि हमास आतंकियों ने दक्षिणी इजरायल में अपने घातक हमले के दौरान लगभग 200 से अधिक लोगों को बंधक बना लिया है।हमास ने इजरायल पर सात अक्टूबर को हमला कर दिया था, जिसमें 1400 से अधिक इजरायली नागरिकों की मौत हो गई है। वहीं, हमास के इस हमले के जवाब में इजरायल लगातार गाजा पट्टी पर हवाई हमला कर रहा है। हमास के अधिकारियों के मुताबिक, इजरायली हमले में अब तक 4,385 लोग मारे गए हैं।