कोरबा। भारतीय कोयला खदान मजदूर संगठन के कार्यकर्ताओं का मानना है कि गेवरा खदान में काम करते समय कोयला कामगार दुर्घटना का शिकार हो जाते है और उन्हें उचित समय पर इलाज उपलब्ध नहीं हो पाता है। दुर्घटना होने पर कामगार को चिकित्सालय ले जाते समय काफी देरी हो जाती है, जिसके लिए खदान के निकट ही मेडिकल स्टाफ रखने की बात कही जा रही है। भारतीय कोयला खदान मजदूर संगठन के प्रितम राठौर व रामनारायण साहू को कार्यकर्ताओं ने इस मुद्दे को आईआर बैठक में उठाने की मांग की है। विरेंद्र राठौर, कुलदीप कुमार, राहूल कुर्रे, अभिषेक टोप्पो, अखिलेश राठौर व सूर्यकांत राय का कहना है कि इसके पहले भी खदान के निकट एम्बुलेंस रखने की मांग की गई थी। प्रबंधन ने इस मांग को काफी गंभीरता से लिया था। आने वाले दिनों में कोयला कामगारों को किसी भी प्रकार की परेशानी न हो, इसके लिए प्रयास किये जा रहे है। मरीजों को इलाज के लिए एनसीएच में जाना पड़ता है। कई बार उन्हें दवाईयां नहीं मिल पाती, इसके लिए भी प्रयास किये जा रहे है। दवाईयां खरिदने के लिए कामगारों के पास पैसा नहीं होते है।