
श्रीनगर, २७ अप्रैल ।
एक तरफ पाकिस्तान पानी के लिए खून बहाने की गीदड़ भभकी दे रहा है और वहीं दूसरी ओर उससे नदियों से आ रहा जलप्रवाह संभल नहीं रहा है। शनिवार को झेलम दरिया में जलप्रवाह बढऩे से गुलाम जम्मू-कश्मीर में बाढ़ की स्थिति पैदा हो गई है। गुलाम जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने मुजफ्फराबाद और उसके साथ सटे इलाकों में बाढ़ के खतरे की चेतावनी देते लोगों को दरिया से दूर रहने की चेतावनी दी है। अलबत्ता, जम्मू-कश्मीर में किसी भी प्रशासनिक अधिकारी ने झेलम में अचानक जलप्रवाह बढऩे से अनभिज्ञता जताई है। उरी सेक्टर में ही झेलम दरिया पर दो बड़ी जलविद्युत परियोजनाएं उरी-प्रथम और उरी द्वितीय हैं। झेलम उरी से आगे गुलाम जम्मू-कश्मीर में चकोटी, मुजफ्फराबाद में दाखिल होता है। विभिन्न स्रोत से प्राप्त सूचनाओं के मुताबिक गुलाम जम्मू-कश्मीर में मुजफ्फराबाद और चकोटी में शनिवार दोपहर बाद अचानक ही झेलम दरिया का जलस्तर बढ़ गया।
गुलाम जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने इसका दोष भी भारत पर मढ़ा और आरोप लगाया कि झेलम में सामान्य से अधिक पानी छोडऩे से यह स्थिति हो गई। बताया जा रहा है कि मुजफ्फराबाद और चकोटी में बड़ी संख्या में लोग पुलों पर जमा होकर झेलम के बढ़े जल प्रवाह को देख रहे हैं। श्रीनगर और बारामुला की तरह मुजफ्फराबाद में भी झेलम शहर से ही गुजरती है।