
टूटी सडक़ों से ग्रामीण परेशान
जांजगीर-चांपा। जांजगीर-चांपा जिला मुख्यालय से मात्र 3 किलोमीटर दूर स्थित ग्राम जर्वे (च) में मूलभूत सुविधाओं का अभाव है। गांव की सडक़ें जर्जर हालत में हैं। यह सडक़ जांजगीर से कई गांवों को जोड़ती है। यहां पहली ही बारिश में सडक़ों पर पानी भर आया है।
ग्रामीणों ने 8 महीने पहले सडक़ निर्माण की मांग को लेकर चक्का जाम किया था। अधिकारियों के आश्वासन पर आंदोलन समाप्त कर दिया गया। पंचायत चुनाव भी संपन्न हो गए, लेकिन सडक़ की स्थिति में कोई सुधार नहीं हुआ। ग्रामीण अब फिर प्रदर्शन की तैयारी में है उन्हें विधायक ब्यास कश्यप का समर्थन मिला है।
सडक़ पर हादसा होना आम बात
ग्रामीणों का कहना है कि गांव में रेत के अवैध परिवहन में लगे भारी वाहनों की आवाजाही ने सडक़ को और अधिक क्षतिग्रस्त कर दिया है। गड्ढों और धूल भरी सडक़ पर हादसे आम हो गए हैं। छोटे वाहन चालक इस मार्ग से बचने लगे हैं।
स्थानीय विधायक ने कहा है कि क्कङ्खष्ठ विभाग के अधिकारी कई बार आश्वासन दे चुके हैं। लेकिन अभी तक कोई कार्य शुरू नहीं हुआ है। ग्रामीणों के प्रदर्शन में वे उनके साथ है।
विकास से कोसों दूर है गांव
विशेष बात यह है कि इस गांव में जिले के अधिकांश सरकारी कार्यालयों की जमीन स्थित है। फिर भी यहां कंक्रीट तो दूर, सामान्य सडक़ की भी सुविधा नहीं है। जिला मुख्यालय से नजदीक होने के बावजूद विकास से कोसों दूर है यह गांव।