अयोध्या। इस बार भी दीपोत्सव के दर्शक दीपों की आभा के साथ भगवान श्रीराम के जीवन मूल्याें व आदर्शों पर नाट्य प्रस्तुति का आनंद उठा सकेंगे। गत वर्ष के दीपोत्सव की भांति इसके नौवें संस्करण में भी देसी के साथ विदेशी रामलीला की प्रस्तुति कराई जाएगी। पिछले वर्ष चार देशों के कलाकारों ने अपनी नाट्य प्रस्तुति दी थी, तो इस वर्ष वे श्रीलंका की भी रामलीला से परिचित हो सकेंगे।

आठवें संस्करण में थाईलैंड, कंबोडिया, रूस व नेपाल के कलाकारों ने रामलीला की प्रस्तुति दी थी तो नौवें संस्करण में थाईलैंड, इंडोनेशिया, श्रीलंका, नेपाल व रूस के कलाकार आ रहे हैं।

ये विदेशी कलाकार रामकथा पार्क में बने मंच पर अपनी नाट़्य प्रस्तुति देने के लिए दीपोत्सव के एक-दो दिन पूर्व ही पहुंच जाएंगे। इसका संयोजन अंतरराष्ट्रीय रामायण एवं वैदिक शोध संस्थान (आईआरवीआरआई) कर रहा है।

रामनगरी में वर्ष 2017 से अनवरत आयोजित हो रहा दीपोत्सव अब अपनी अलौकिक आभा से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी प्रसिद्धि पा चुका है। इस दीपोत्सव का प्रमुख आकर्षण देसी के साथ विदेशी रामलीलाएं भी होती रही हैं।

प्रत्येक रामकथा पार्क में मंच सजता है और बारी-बारी से देसी-विदेशी कलाकार अपनी शैली में भगवान राम के जीवन से जुड़े विभिन्न प्रसंगों का मंचन करते रहे हैं। अंतरराष्ट्रीय रामायण एवं वैदिक शोध संस्थान के निदेशक आशुतोष द्विवेदी बताते हैं, इस वर्ष विदेशी रामलीला में एक अन्य देश को जोड़ा गया है, जिसका भगवान श्रीराम से जुड़ाव रहा है और वह धार्मिक व सांस्कृतिक रूप से भारत से भी आबद्ध है।