धान की फसल खराब, किसान ने मांगा मुआवजा, 15 दिन बाद भी नहीं हुई जांच

मालखरौदा। अनुविभाग क्षेत्र के ग्राम बड़े सीपत के किसान गजेंद्र कुमार लहरे ने अपनी धान की फसल के नुकसान का मुआवजा दिलाने के लिए प्रशासन और कृषि विभाग से गुहार लगाई है। किसान का कहना है कि लगातार आवेदन देने के बावजूद अब तक किसी अधिकारी ने मौके पर जांच नहीं की, जिससे वह भारी चिंता में है।
गजेंद्र लहरे ने बताया कि उन्होंने लगभग 3 एकड़ से अधिक भूमि में धान की फसल बोई थी, लेकिन बेमौसम बारिश और कीट व्याधि के कारण करीब 82 प्रतिशत फसल पूरी तरह नष्ट हो गई। उन्होंने इस संबंध में 15 अक्टूबर को वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी और 17 अक्टूबर को अनुविभागीय अधिकारी राजस्व मालखरौदा रूपेंद्र पटेल को आवेदन देकर मुआवजा दिलाने की अपील की थी। साथ ही उन्होंने अपनी शिकायत प्रधानमंत्री फसल बीमा पोर्टल में भी दर्ज कराई है। किसान का आरोप है कि पंद्रह दिन बीतने के बावजूद न तो राजस्व विभाग और न ही कृषि विभाग का कोई अधिकारी फसल का मुआयना करने पहुंचा है। इससे उन्हें भारी आर्थिक नुकसान की आशंका है। उनका कहना है कि यदि जल्द फसल क्षति का मुआवजा नहीं मिला तो वे लाखों रुपए के कर्ज में डूब जाएंगे और परिवार का भरण-पोषण करना मुश्किल हो जाएगा।

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