
जांजगीर चांपा। 20 हजार रुपए का रिश्वत लेते एसीबी ने पटवारी को गिरफ्तार किया है। एसीबी बिलासपुर की टीम ने रंगे हाथ रिश्वत लेते पकड़ा। किसान से रिकार्ड दुरूस्त करने के बदले में पटवारी पैसे की मांग कर रहा था। एसीबी को सूचना देकर रंगे हाथे पकड़ा गया। पटवारी को रिमांड पर भेजा गया है। एंटी करप्शन और भ्रष्टाचार को रोकने लगातार केन्द्र सरकार द्वारा प्रयास किए जा रहे हैं। फिर रिश्वतखोरी थमने का नाम नहीं ले रहा है। शुक्रवार को गांव कैथा तहसील हसौद निवासी रामशरण कश्यप द्वारा एसीबी इकाई बिलासपुर में शिकायत की गई थी कि उसके पिता और चाचा लोगों के नाम पर ग्राम कैथा में जमीन है। जिसमें से खसरा नंबर 321.2 और 1592.2 की जमीन उसके पिता के नाम पर बी-वन ऑनलाइन रिकॉर्ड में नहीं दिखा रहा है। जिस पर उसके पिता ने एसडीएम ऑफिस में त्रुटि सुधार के लिए आवेदन दिया था। तब एसडीएम के यहां से तहसीलदार को रिकॉर्ड दुरुस्त करने का आदेश दिया गया था, जिस पर तहसीलदार द्वारा रिकॉर्ड दुरुस्त करने के लिए कैथा पटवारी पवन सिंह को कहा गया था। रिकॉर्ड दुरुस्त करने के लिए वह कैथा पटवारी पवन सिंह से मिला था, जिस पर पटवारी उस कार्य के लिए 20 हजार रुपए रिश्वत की मांग कर रहा है, जो वह रिश्वत न देकर रिश्वत लेते हुए उसे रंगे हाथ पकड़वाना चाहता है।
शिकायत का सत्यापन कराए जाने पर शिकायत सही पाए जाने पर ट्रैप की योजना तैयार की गई। 2 मई को प्रार्थी को रिश्वत रकम 20 हजार रुपए देने के लिए पटवारी के पास भेजा गया, जो पटवारी द्वारा रिश्वती रकम लेते ही उसे पटवारी कार्यालय गुजिया बोड़ में एसीबी की टीम द्वारा रंगे हाथों पकड़ लिया गया। जिससे आसपास हडक़ंप मच गया। पकड़े गए पटवारी से रिश्वत की रकम बरामद की जाकर जब्त कर एसीबी के द्वारा उसके विरुद्ध धारा 7 भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 के तहत कार्रवाई की गई।
ज्ञात हो कि पिछले कुछ समय से एसीबी के द्वारा भ्रष्ट अधिकारियों-कर्मचारियों की लगातार कार्रवाई की जा रही है। सक्ती जिले में 4 माह के भीतर एसीबी की यह तीसरी कार्रवाई है। इसके साथ ही जांजगीर में 3 जून 2025 को हाथकरघा विभाग के वरिष्ठ निरीक्षक को रिश्वत लेते गिरफ्तार किया गया। एसीबी अधिकारियों का कहना है कि कि भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी।