जांजगीर-चांपा। जिले में रजिस्ट्री की नई व्यवस्था पर एक दिवसीय कार्यशाला आयोजित की गई। कार्यशाला में सांसद कमलेश जांगड़े, विधायक, खनिज विकास निगम के अध्यक्ष सौरभ सिंह और अन्य जनप्रतिनिधि शामिल हुए।
नई व्यवस्था में रजिस्ट्री के तुरंत बाद नामांतरण स्वचालित रूप से हो जाएगा। इसके लिए अलग आवेदन या शुल्क नहीं देना होगा। पूरी प्रक्रिया पेपरलेस और डिजिटल हो गई है।
मास्टर ट्रेनर सत्यप्रकाश गौरहा और पवन मरावी ने 10 प्रमुख सुधारों की जानकारी दी। इनमें आधार सत्यापन से फर्जी रजिस्ट्री पर रोक लगेगी। एक क्लिक में रजिस्ट्री खोज और डाउनलोड की सुविधा मिलेगी। भारमुक्त प्रमाणपत्र ऑनलाइन जारी होंगे। स्टांप और रजिस्ट्री शुल्क का भुगतान कैशलेस होगा।
व्हाट्सएप पर अपडेट मिलेंगे। दस्तावेज डिजी-लॉकर में सुरक्षित रहेंगे। रजिस्ट्री दस्तावेज स्वत: तैयार होंगे। घर बैठे डिजी-डॉक सेवा का लाभ मिलेगा। पूरी रजिस्ट्री प्रक्रिया ऑनलाइन होगी।
यह कदम राज्य को डिजिटल और पारदर्शी प्रशासन की दिशा में आगे बढ़ाएगा। इससे लोगों का समय और पैसा बचेगा। फर्जीवाड़े से भी सुरक्षा मिलेगी।