
नईदिल्ली, २९ मई।
ऑपेरशन सिंदूर के दौरान भारत-पाकिस्तान के बीच अमेरिकी मध्यस्थता को लेकर उठाए जा रहे सवाल की सियासत फिलहाल थमती नजर नहीं आ रही है। मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस ने अब अमेरिकी वाणिज्य मंत्री हावर्ड लुटनिक के यूएस कोर्ट ऑफ इंटरनेशनल ट्रेड में भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष विराम कराने के लिए राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की ओर से ट्रेड टैरिफ को औजार के रूप में इस्तेमाल करने के दावों पर सरकार से जवाब मांगा है।कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने अमेरिकी वाणिज्य मंत्री के दावों के मद्देनजर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से चुप्पी तोडऩे की मांग की।जयराम रमेश ने एक्स पर पोस्ट में कहा-प्रधानमंत्री को देश को यह बताना चाहिए कि क्या यह सच है कि हावर्ड लुटनिक ने 23 मई को न्यूयार्क स्थित यूएस कोर्ट आफ इंटरनेशनल ट्रेड में एक बयान दायर कर कहा है कि राष्ट्रपति ट्रंप ने भारत-पाकिस्तान के बीच कमजोर संघर्ष विराम कराने और नाजुक शांति स्थापित करने के लिए अपने टैरिफ अधिकारों का इस्तेमाल किया था। हावर्ड लुटनिक वही बात दोहरा रहे हैं जो खुद राष्ट्रपति ट्रंप 11 दिनों में तीन अलग-अलग देशों में आठ बार सार्वजनिक रूप से कह चुके हैं। अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रूबियो ने भी इसी तरह का बयान देते हुए भारत-पाकिस्तान के बीच बातचीत के लिए एक न्यूट्रल साइट का जिक्र किया है। कांग्रेस मीडिया विभाग के प्रमुख पवन खेड़ा ने एक अन्य पोस्ट में अमेरिकी प्रशासन के शीर्ष अधिकारियों की ओर से दिए गए बयान का हवाला देते हुए पूछा कि क्या पीएम इस पर अपना मुंह खोलेंगे। उनके अनुसार, लुटनिक ने कहा है कि यह संघर्ष विराम तभी संभव हो पाया, जब राष्ट्रपति ट्रंप ने हस्तक्षेप किया और दोनों देशों को पूर्ण युद्ध टालने के लिए अमेरिका के साथ व्यापार करने की अनुमति दी।
इस मामले में राष्ट्रपति की शक्ति को सीमित करने वाला प्रतिकूल निर्णय भारत और पाकिस्तान को ट्रंप की पेशकश की वैधता पर सवाल उठाने के लिए प्रेरित कर सकता है, जिससे पूरे क्षेत्र की सुरक्षा और लाखों लोगों के जीवन को खतरा हो सकता है।