
कोरबा। राष्ट्रीय संयुक्त मोर्चा भारत,छत्तीसगढ़ अखबार वितरक संघ,मूलनिवासी मुक्ति मोर्चा,छत्तीसगढ़ विद्युत ठेका श्रमिक संघ आदि संगठनों के संयुक्त तत्वावधान में कोरबा के घंटाघर में स्थित संविधान निर्माता डॉ बाबा साहब अंबेडकर की मूर्ति स्थल पर संवैधानिक भारत राष्ट्र नवनिर्माण अभियान के तहत अंतराष्ट्रीय श्रमिक सम्मान दिवस का आयोजन किया गया।इस कार्यक्रम के उदघाटक कोरबा के समाजसेवक पदमसिंह चंदेल,अध्यक्षता छत्तीसगढ़ ब्राह्मण समाज एवं छग कांग्रेस की प्रदेश उपाध्यक्ष रेखा त्रिपाठी ,संचालन राष्ट्रीय संयुक्त मोर्चा के संयोजक गोपाल ऋषिकर भारती,छत्तीसगढ़ समाचार वितरक संघ के प्रदेश अध्यक,मूलनिवासी मुक्ति मोर्चा के छत्तीसगढ़ प्रदेश कार्यवाहक अध्यक्ष मोहम्मद सफी ,कांग्रेस सेवादल की जिलाध्यक्ष ममता अग्रवाल,एम 3 के जिला संयोजक क्रांति कुमार साव कांग्रेस नेत्री गीता महंत प्रमुख रूप से उपस्थित हुए।कार्यक्रम में सर्वप्रथम विश्वरत्न डॉ बाबा साहब अंबेडकर की मूर्ति पर अतिथियों द्वारा माल्यार्पण किया गया तथा स्थल पर ही श्रमिकों का सम्मान एवं कश्मीर पहलगाम में हुए आतंकी घटना के शहीदों के सम्मान में केंडल जलाकर श्रद्धांजलि अर्पित की गई।साथ ही भारतवासी भाई भाई ,जाति पाती कहां से आई , भारत राष्ट्र ,भारत का संविधान एवं भारत के
इंसान जिंदाबाद के नारे लगाए गए । पदमसिंह चंदेल ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि आज अंतराष्ट्रीय श्रमिक दिवस पर मैं सभी श्रमिकों और देशवासियों को हार्दिक शुभकामनाएं देता हूं। हम कोरबा शहर और जिले को कठिन समाज सेवा और सत्य मार्ग पर एक आदर्श क्षेत्र बनाने के लिए सर्व समाज को एकजुट कर रहे हैं। निश्चित ही हमारी टीम एक दिन जरूर कामयाब होगी।कार्यक्रम की अध्यक्ष रेखा त्रिपाठी ने कहा कि श्रमिकों के सम्मान में आज इतनी बड़ी संख्या महिलाओं की उपस्थित हुई इसका मतलब यह कि देश की महिलाएं भी जो हर घर का झाड़ू उठाकर स्वच्छता और घरेलू कार्य करती है ये सभी श्रमिक हैं।भारत का संविधान सबको बराबरी देता है किंतु आज भी महिलाएं अधिकांश संख्या में अत्यधिक पिछड़े पन की शिकार हैं जिनको आज की 21 वी सदी में देश हित में आगे आना ही होगा।कार्यक्रम के संचालक गोपाल भारती ने कहा कि आज अंतराष्ट्रीय श्रमिक दिवस को हमने संवैधानिक भारत राष्ट्र निर्माण अभियान के साथ जोड़ा है।यह कार्यक्रम और स्थल एक दिन समय आने पर एक ऐतिहासिक उदाहरण साबित होगा।हमने बहुत ही दूरगामी सोच पर आधारित इस कार्यक्रम को आयोजित किए हैं।आज वक्त आ चुका है कि हम सब भारतवासी अपनी जातीय संकीर्णताओं और अमीर गरीब की खाइयों को मिटकर भारत राष्ट्र निर्माण के रचनात्मक अभियान को सफल बनाने एकजुट हो जाएं। क्योंकि अब दिनों दिन समय तेजी से खतरनाक रूप लेते जाएगा। मूलनिवासी मुक्ति मोर्चा के प्रदेश कार्यवाहक अध्यक्ष मोहम्मद सफी ने कहा कि कोरबा सहित भारत देश भर के श्रमिकों की बेहद दुर्दशा देखी जा सकती है।हिन्दू हो या मुस्लिम सभी को बुनियादी जरूरतों जिनमें शिक्षा ,चिकित्सा, स्वच्छ पेयजल, रोजगार जैसे गारंटी के अधिकार मिलना चाहिए।कार्यक्रम के पश्चात सबके लिए भोजन जलपान की व्यवस्था की गई थी।बड़ी संख्या में शहरी और ग्रामीण महिलाओं ने अपनी उपस्थिति दिए।दिव्यांगों महिलाओं और गरीबों के लिए श्रमिक दिवस पर थालियों को वितरित किया गया।कार्यक्रम में अन्य अतिथि तथा अनेकों संगठनों के नेता और पदाधिकारी उपस्थित हुए जिनमें मुख्य रूप से छत्तीसगढ़ विद्युत ठेका श्रमिक यूनियन के प्रदेश संयुक्त सचिव दर्शन कुमार रजक, मूलनिवासी मुक्ति मोर्चा के प्रदेश सचिव उपेंद्र राठौर,केंद्रीय सलाहकार अहमद खान,केंद्रीय प्रतिनिधि सुनील सुना,बालको अध्यक्ष प्यारेदास महंत, छत्तीसगढ़ अखबार वितरक संघ के जिलाध्यक्ष विपेंद्र कुमार साहू,जिला सचिव जयसिंह नेताम,नारायण दास महंत, महतारीन बाई जांगड़े, वंदना सिदार ,संतोष बंजारे ,प्रगति सूर्यवंशी सुकवारा बाई,हीरालाल नवरंगे, कृष्णा नवरंगे,गीता साहू,घनाराम साहू, रूपा राव, चित्रा पटेल,देवव्रत गोंड ,मनीषा मुरेंद्र,कुसुम गोस्वामी,चंद्रभूषण प्रसाद,गंगा यादव, उमेदा साहू,राधा रानी गोरी मुन्नी,पन्नालाल बांधे,सुनीता गुप्ता,रीमा,दुर्गेश्वरी नंदिनी,गरिमा महंत अनन्या यादव,संदीप द्विवेदी ,सुमित्रा श्रीवास,राजकुमार बनवा ,संतोषी कुर्रे, फूलमत बाई महंत,सरिता,दीपिका यादव,ललिता सूर्यवंशी,मदीना बी , गेंदा बाई,जरीना बी,जितेंद्र दास , रमजानी,खतिजा , साहिना,त्रिवेणी रजवाड़े,रुक्मणि सिंदार सायरा खातून,लक्ष्मीन सिदार,राम साहू,भूपेंद्र पटेल ,गेंदा बाई के साथ सैकड़ों लोगों ने कार्यक्रम में उपस्थिति देकर कार्यक्रम को सफल बनाया गया।