सरगुजा। जिले के लुंडरा वन परिक्षेत्र में हाथियों का आतंक लगातार जारी है। सोमवार को लाल माटी क्षेत्र में हाथियों के एक दल ने ब्रिलिएंट पब्लिक स्कूल के पास 19 वर्षीय युवक राजकुमार नाइक को कुचलकर मार डाला, जिससे ग्रामीणों में भय और दहशत का माहौल बन गया। जानकारी के अनुसार, घटना के समय लाल माटी क्षेत्र में लगभग 25 हाथियों का दल मौजूद था। मृतक राजकुमार नाइक पिता चंदू नाइक भोपाल का निवासी था और वह स्थानीय गतिविधियों में व्यस्त था। हाथियों के अचानक हमला करने से मौके पर अफरा-तफरी मच गई। हाथियों का दल नेशनल हाईवे 43 के पास भी देखा गया, जिससे हाईवे पर आवागमन बाधित हो गया। वाहन चालक और स्थानीय लोग भय के कारण हाईवे पर रुककर हाथियों के हटने का इंतजार करने लगे। यह स्थिति लोगों के लिए अतिरिक्त खतरनाक साबित हुई क्योंकि हाथियों का दल किसी भी समय सड़क पर उतर सकता था। मौके पर वन विभाग की टीम अंबिकापुर रेंजर निखिल पैकरा और लुंडरा रेंज अधिकारी ने तत्काल पहुँचकर स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने ग्रामीणों और राहगीरों को हाथियों से सुरक्षित दूरी बनाए रखने की चेतावनी दी और उन्हें सुरक्षित स्थानों पर जाने का निर्देश दिया।
वन विभाग की टीम हाथियों को खदेड़ने और उन्हें जंगल की ओर लौटाने का प्रयास कर रही है। वन विभाग ने मृतक के परिजनों को तात्कालिक सहायता राशि 25,000 रुपये प्रदान की है। वन विभाग और पुलिस ने मिलकर ग्रामीणों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए विशेष टीमों की तैनाती की है। फॉरेस्ट गार्ड लगातार ग्रामीण इलाकों का दौरा कर लोगों को सुरक्षा संबंधी निर्देश दे रहे हैं। स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि पिछले कुछ हफ्तों से हाथियों का दल लगातार गांव के आसपास घूम रहा है। खेतों और घरों के पास हाथियों की बार-बार मौजूदगी ने लोगों के जीवन को असुरक्षित बना दिया है। कई बार हाथियों के कारण फसलों को भी नुकसान हुआ है। वन विभाग का कहना है कि हाथियों की यह गतिविधि उनके प्राकृतिक आवास में कमी और भोजन की तलाश के कारण बढ़ी है। विभाग ने आसपास के गांवों में सतर्कता और जागरूकता अभियान भी चलाया है। ग्रामीणों को निर्देश दिया गया है कि हाथियों के सामने शोर न करें और उनके रास्ते में न आएँ। राजकीय अधिकारियों ने कहा कि हाथियों के झुंड को जंगल की ओर लौटाने के लिए विशेष रणनीति बनाई जा रही है। इसमें ध्वनि और प्रकाश का प्रयोग, जंगल में सुरक्षा गाइडलाइन का पालन और जरूरत पड़ने पर वन्यजीव अधिकारियों की तैनाती शामिल है। हाथियों के इस प्रकार के हमलों से क्षेत्र में सुरक्षा का गंभीर संकट पैदा हो गया है। पुलिस और वन विभाग की संयुक्त टीमें ग्रामीणों की मदद कर रही हैं, लेकिन स्थानीय लोग हाथियों के लगातार आने से चिंतित हैं। ग्रामीणों ने सरकार से स्थायी समाधान और हाथियों के आवास की सुरक्षा के लिए कदम उठाने की मांग की है।