
सक्ती। जिले में इन दिनों खाद की कमी से किसान बेहद परेशान हैं। खेती शुरू करने से पहले किसानों को खाद की जरूरत होती है, जो उन्हें सेवा सहकारी समिति के माध्यम से उचित मूल्य पर मिलती है। समिति से खाद लेने पर किसानों को नकद भुगतान नहीं करना पड़ता। धान बेचने के समय खाद की कीमत काट ली जाती है, जिससे समय पर खाद मिल जाती है और किसान खेती कर पाते हैं। लेकिन इस बार सक्ती, बाराद्वार और डभरा के संग्रहण केंद्रों में खाद का भंडारण नहीं है। किसान अलग-अलग प्रकार के खाद के लिए भटक रहे हैं। समिति में किसी भी प्रकार का खाद उपलब्ध नहीं है, जबकि इस समय सभी प्रकार के खाद की सख्त जरूरत है। समिति की मांग के अनुसार संग्रहण केंद्रों में खाद का भंडारण नहीं किया गया है। सरकार ने पहले ही डीएपी खाद की पूर्ति बाहर से करने की बात कही थी। वैकल्पिक व्यवस्था के तहत 20-20-13 एनपीके खाद वितरण के लिए कहा गया था। समिति ने इसके लिए आरओ और चेक संग्रहण केंद्रों में दे दिए हैं, फिर भी पर्याप्त मात्रा में खाद का भंडारण नहीं हुआ है।समिति से मिली जानकारी के अनुसार, सक्ती संग्रहण केंद्र में मांग के अनुसार आरओ और चेक दिए गए हैं, लेकिन खाद अब भी उपलब्ध नहीं है। पिछले साल मई 2024 तक पर्याप्त खाद का भंडारण हो चुका था, लेकिन इस साल मई 2025 तक खाद की उपलब्धता नहीं होने से किसान संकट में हैं। एनपीके खाद भी पर्याप्त मात्रा में नहीं मिल रहा है। किसान इन दिनों लगातार दर-दर भटक रहे हैं। प्राइवेट दुकानों में खाद मिल रहा है।