मोडिफाइड साइलेंसर हटाए, 39 हजार का जुर्माना
कोरबा। सडक़ दुर्घटनाओं की रोकथाम के साथ-साथ आम लोगों को ध्वनि प्रदूषण से राहत दिलाने के उद्देश्य से ट्रैफिक पुलिस ने मोडिफाइड साइलेंसर वाले दोपहिया वाहनों के खिलाफ सख्त अभियान शुरू किया है। ऐसे साइलेंसर न सिर्फ कानों को चुभने वाली तेज आवाजें पैदा करते हैं, बल्कि कई बार सडक़ पर डर और भ्रम की स्थिति भी उत्पन्न करते हैं, जिससे दुर्घटनाओं की आशंका बढ़ जाती है।बुधवार को ट्रैफिक पुलिस द्वारा कोरबा शहर में चलाए गए इस विशेष अभियान के दौरान 17 दोपहिया वाहनों को जब्त किया गया, जिनमें अवैध रूप से मोडिफाइड साइलेंसर लगाए गए थे। इन गाडिय़ों से या तो पटाखे जैसी तेज आवाज आ रही थी या अत्यधिक कर्कश ध्वनि, जिससे सडक़ों पर चलने वाले आम नागरिकों को भारी परेशानी हो रही थी। कार्रवाई के दौरान कई वाहन चालकों ने बहाने बनाए और तर्क दिए, लेकिन ट्रैफिक पुलिस ने सभी पर सख्ती से कार्रवाई करते हुए कुल 39 हजार रुपये का समन शुल्क वसूल किया। अधिकारियों ने बताया कि यह अभियान केवल शहरी क्षेत्रों तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि इसे कोरबा जिले के ग्रामीण इलाकों में भी चलाया जाएगा।
एसपी सिद्धार्थ तिवारी के निर्देशन, ट्रैफिक पुलिस प्रभारी रविंद्र मीणा के मार्गदर्शन वडीएसपी ट्रैफिक डी.के.सिंह के नेतृत्व में की गई इस कार्रवाई को असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर रामनारायण रात्रे, ईश्वरी लहरें, मनोज राठौर, हेड कांस्टेबल संतोष सिंह, सुभाष , पवन, मेहमान कुर्रे, लखन, आशीष साहू , राम पाटिल , जितेश, लीलाधर चंद्र, अरुण दिलेश्वर ने अंजाम दिया। पुलिस विभाग का उद्देश्य है कि वाहन चालक यातायात नियमों का पूरी तरह से पालन करें और अपने वाहनों में किसी भी प्रकार का अवैध परिवर्तन न करें। यह न केवल सडक़ सुरक्षा के लिए आवश्यक है, बल्कि सामाजिक शांति बनाए रखने के लिए भी जरूरी है।