चंडीगढ़, २४ मई ।
देश के बाकी राज्यों की तरह हरियाणा में भी कोरोना एक बार फिर अपने पैर पसारता दिखाई दे रहा है। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से सटे हरियाणा में अभी तक कोरोना के पांच केस सामने आ चुके हैं। इनमें तीन केस फरीदाबाद और दो केस गुरुग्राम के हैं। इससे चिंतित स्वास्थ्य विभाग ने कोरोना से बचाव की तैयारियां आरंभ कर दी हैं। हरियाणा की स्वास्थ्य मंत्री आरती सिंह राव ने दावा किया कि गुरुग्राम का एक केस ठीक हो चुका है।उन्होंने लोगों से कहा है कि प्रत्येक जिले में मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को जरूरी व्यवस्थाएं करने के आदेश दे दिए गए हैं। इसलिए किसी व्यक्ति को चिंतित होने की जरूरत नहीं है। अभी तक कोरोना के जितने केस मिले हैं, उनकी कोई इंटरनेशनल यात्रा की कोई हिस्ट्री नहीं है। देश में कोरोना के ढ़ाई सौ से अधिक मामले सामने आ चुके हैं। महाराष्ट्र, कर्नाटक, उड़ीसा, तमिलनाडु, गुजरात और केरल के बाद हरियाणा में कोरोना के यह केस ज्यादा सामने आए हैं। राहत की बात ये है कि मरीजों में ज्यादा लक्षण नहीं देखे जा रहे हैं। हरियाणा के गुरुग्राम और फरीदाबाद में पांच मामले इसलिए चिंता बढ़ाने वाले हैं, क्योंकि दोनों जिले राजधानी दिल्ली के नजदीक लगते हैं। गुरुग्राम में 31 वर्षीय महिला हाल ही में मुंबई से लौटी थी और 62 वर्षीय एक पुरुष, जिसकी कोई ट्रैवल हिस्ट्री नहीं है, संक्रमित पाए गए हैं। इन दोनों मरीजों को होम आइसोलेशन में रखा गया है। फरीदाबाद में पल्ला क्षेत्र का सेहटपुर निवासी 28 वर्षीय सिक्योरिटी गार्ड कोविड पाजिटिव पाया गया। उसे बुखार, खांसी और जुकाम के लक्षणों के बाद दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में टेस्ट कराया गया, जहां संक्रमण की पुष्टि हुई। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने लोगों से सतर्क रहने की अपील करते हुए कहा है कि वर्तमान जेएन1 वेरिएंट कम गंभीर है, इसलिए घबराने की जरूरत नहीं है। हरियाणा की स्वास्थ्य मंत्री आरती सिंह राव ने कहा है कि वर्तमान में कोविड-19 के चार सक्रिय मामले हैं, जिनका कोई अंतरराष्ट्रीय यात्रा इतिहास नहीं है।
एक केस ठीक हो चुका है। इन चार मामलों में दो पुरुष और दो महिला रोगी हैं, जिन्हें हल्के लक्षण के चलते घर पर ही क्वारंटीन किया गया है। उनके अस्पतालों में भर्ती होने की कोई आवश्यकता महसूस नहीं की गई है।वे सभी रोगी नियमित चिकित्सा देखरेख में हैं। इन रोगी व्यक्तियों को पहले एंटी कोविड-19 टीका लगाया गया था, जिससे लक्षणों को कम से कम रखने में मदद मिली है। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री ने कहा कि मौजूदा वेरिएंट हल्का और नियंत्रित है, और हम समय-समय पर भारत सरकार द्वारा जारी सभी सलाह का पालन कर रहे हैं।
नागरिकों को सलाह दी गई है कि वे शांत रहें और कोविड-उपयुक्त व्यवहार का पालन करना जारी रखें। एहतियात के तौर पर बचाव की तैयारी सुनिश्चित करने के लिए राज्य भर के सिविल सर्जनों को रसद और उपचार सुविधाओं को बनाए रखने के निर्देश दिए गए हैं।कोविड-19 को अब एक अन्य प्रकार का वायरल संक्रमण माना जाता है, फिर भी बुनियादी सावधानियों जैसे हाथ की स्वच्छता, भीड़-भाड़ वाले क्षेत्रों में मास्क पहनना और अनावश्यक भीड़-भाड़ से बचना जरूरी है।