
अकलतरा। अकलतरा विधानसभा के कल्याणपुर के पचपेडिय़ा तालाब में राखड़ से पाटने का मामला विधानसभा में गूंजा। इस मामले को लेकर पहले पत्रिका ने उठाया था। जांच टीम गठित होने व दोषी पाए जाने के बाद भी कार्रवाई नहीं हुई थी। अब अकलतरा विधायक राघवेंद्र सिंह ने इस मामले को विधानसभा में उठाया है। साथ ही कार्रवाई की मांग की है। ऐसे में जल्द ही कार्रवाई हो सकती है।
अकलतरा विकासखण्ड के ग्राम पंचायत कल्याणपुर में पचपेड़ी (पचपेड़ीया) तालाब को ग्राम पंचायत के जिम्मेदार व्यक्तियों सरपंच, सचिव एवं प्रशासनिक अधिकारियों ने आपसी सांठगांठ कर वर्धा पावर प्लांट नरियरा से निकलने वाली राखड़ से पाटकर जल स्त्रोत एवं निस्तारित तालाब को नष्ट कर दिया था। शासन के द्वारा इस तालाब पर विगत वर्षों में ही मनरेगा से गहरीकरण एवं पचरी निर्माण पर लाखों रुपए खर्च किया गया था। ग्रामीणों की शिकायत पर तत्कालीन सीईओ जिला पंचायत द्वारा 23 सितंबर 2023 को तालाब का निरीक्षण किया गया। जिसमें पाया गया कि तालाब को राखड़ से पाटने, शासकीय संपत्ति को क्षति पहुंचाने, पाटे गए राखड़ में 3 मवेशी का फंसा होना पाया गया। जिसे देखते हुए 16 अक्टूबर 2023 को जांच के लिए आदेशित किया गया था। गठित जांच दल द्वारा जांच के बाद ग्राम पंचायत कल्याणपुर के सरपंच, सचिव एवं रोजगार सहायक को जिम्मेदार माना गया। जिम्मेदारों के खिलाफ कार्रवाई के लिए 30 अक्टूबर 2023 को अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) को पत्र प्रेषित किया गया। सरपंच, सचिव, रोजगार सहायक एवं कंपनी ने अधिकारियों से सांठगांठ कर ली। इसके कारण अभी तक किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं की गई है। कार्रवाई नहीं होने के कारण क्षेत्र के अपराधिक वर्गों द्वारा अन्य जल स्त्रोतों एवं तालाबों को राखड़ से पाटने की घटनाएं सामने आ रही हैं। जल स्त्रोतों को पाटने एवं शासकीय संपत्ति को नुकसान पहुंचाने वाले जिम्मेदार व्यक्तियों के खिलाफ ठोस कार्रवाई नहीं होने से शासन-प्रशासन के प्रति किसानों एवं आम नागरिकों में आक्रोश व्याप्त है।