श्रीनगर, ११ अप्रैल ।
सरकारी तंत्र में छिपे बैठे व्हाइट कॉलर आतंकियों के खिलाफ अभियाान को जारी रखते हुए उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने गुरुवार को एक पुलिस कांस्टेबल समेत दो सरकारी कर्मियों को बर्खास्त कर दिया। उल्लेखनीय है कि उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने जम्मू कश्मीर में उपराज्यपाल का कार्यभार ग्रहण करने के साथ ही जीरो टेरर और आतंकवाद के प्रति शून्य सहिष्णुता की नीति के तहत सरकारी तंत्र में छिपे व्हाइट कॉलर आतंकियों व जिहादियों के सफाए के अभियान शुरू किया और इस अभियान के तहत अब तक आतंकियों के मददगार 80 सरकारी अधिकारी व कर्मी सेवामुक्त किए जा चुके हैं। इनमें डॉक्टर, इंजीनियर, प्रोफेसर और तहसीलदार भी शामिल हैं। इससे पूर्व फरवरी 2025 में उपराज्यपाल ने आतंकियों के मददगार तीन सरकारी कर्मियों को बर्खास्त किया था।
जम्मू-कश्मीर में निर्वाचित सरकार के सत्तासीन होने के बाद आतंकियों के मददगार सरकारी कर्मियों को बर्खास्त किए जाने के यह तीसरा और मौजूदा वर्ष में यह दूसरा अवसर है।इससे पूर्व फरवरी 2025 में उपराज्यपाल ने आतंकियों के मददगार तीन सरकारी कर्मियों को बर्खास्त किया था। आज बर्खास्त किए गए सरकारी कर्मियों में एक पीडबल्यूडी विभाग में वरिष्ठ सहायक के पद पर कार्यरत इश्तियाक अहमद मलिक निवासी लारनू, अनंतनाग है और दूसरा श्रीनगर के ब्रेन निशात का रहने वाला पुलिस कांस्टेबल बशारत अहमद मीर।