
चांपा। नगर पालिका कर्मचारियों के लिए प्रस्तावित नया भवन छह महीने से लेआउट के इंतजार में अटका है। 30 लाख रुपए की लागत से दूरदर्शन केंद्र के पास शासकीय भूमि पर यह भवन बनना है। स्थल तय हो चुका है, बजट भी स्वीकृत है, लेकिन नगर पालिका अब तक ठेकेदार को भवन का लेआउट नहीं दे पाई है। इससे निर्माण कार्य शुरू नहीं हो सका है।
कर्मचारी वर्तमान में निजी मकानों में किराया देकर काम कर रहे हैं। कई बार एक स्थान से दूसरे स्थान तक भटकना पड़ता है। पुराने भवन जर्जर हो चुके हैं। कुछ लोगों ने कब्जा कर लिया है। बाकी जमीन पर भी कब्जे की कोशिशें जारी हैं। अगर नगर पालिका के द्वारा खाली जमीन पर कुछ निर्माण नहीं कराया जाएगा तो वह भी कब्जा हो जाएगा। ठेकेदार जुबेर मेमन ने बताया कि नगर पालिका से अब तक लेआउट नहीं मिला है। इसलिए निर्माण शुरू नहीं हो पा रहा। इंजीनियर योगेश राठौर ने कहा कि नपा अध्यक्ष प्रदीप नामदेव के साथ स्थल का निरीक्षण हो चुका है।
जर्जर भवन को गिराकर उसी स्थान पर नया भवन बनेगा। बगल की खाली जमीन को वैसा ही छोड़ा जाएगा। जल्द ही ठेकेदार को ले आउट देकर काम कराया जाएगा। स्थानीय नागरिक और कर्मचारी इस देरी से नाराज हैं। उनका कहना है कि प्रशासन की लापरवाही से यह जरूरी प्रोजेक्ट लटक गया है। समय पर निर्माण नहीं हुआ तो अवैध कब्जे बढ़ सकते हैं। स्वीकृत राशि का उपयोग भी नहीं हो पाएगा। इससे योजना वर्षों तक अधर में रह सकती है। कर्मचारियों का कहना है कि उन्हें सुरक्षित और सुविधाजनक कार्यस्थल चाहिए। प्रशिक्षण, बैठक और विश्राम जैसी जरूरतें भी पूरी होनी चाहिए। समर्पित भवन से मनोबल बढ़ेगा और कामकाज में तेजी आएगी।