जांजगीर। बीते मंगलवार को कलेक्टर ने जिला अस्पताल का निरीक्षण किया। वे सुबह 9:30 बजे सीधे ओपीडी पहुंचे। यहां कई डॉक्टर समय पर नहीं पहुंचे थे। इस पर कलेक्टर ने नाराजगी जताई और उन्हें नोटिस दिया गया। समय पर अस्पताल नहीं पहुंचने वाले डॉक्टरों में ईएनटी डॉ. संदीप साहू, डॉ. नितिन जुनेजा, डॉ. आकाश सिंह राणा, डॉ. हरीश पटेल और मेडिकल ऑफिसर डॉ. मेहुल केडिया शामिल हैं। इन सभी को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।कलेक्टर जन्मेजय महोबे ने सभी डॉक्टरों, अधिकारियों और कर्मचारियों को समय पर उपस्थित रहने के सख्त निर्देश दिए।
उन्होंने भर्ती मरीजों और उनके परिजनों से बातचीत कर फीडबैक लिया। कलेक्टर ने अपर कलेक्टर को जिला अस्पताल और सभी एसडीएम को सामुदायिक और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों का साप्ताहिक निरीक्षण करने को कहा। मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए पंजीयन काउंटर और ऑपरेटरों की संख्या बढ़ाने के निर्देश दिए। अस्पताल में बिस्तरों की संख्या बढ़ाने के लिए प्रस्ताव तैयार कर भेजने को कहा गया। निर्माण कार्यों की जानकारी लेकर संबंधित एजेंसियों की बैठक बुलाने को कहा गया। उन्होंने निर्माण कार्य समय पर और गुणवत्ता के साथ पूरा करने के निर्देश दिए। विशेषज्ञ डॉक्टरों और स्टाफ की जरूरत का आकलन कर प्रस्ताव भेजने को कहा गया।
वैकल्पिक पावर बैकअप की व्यवस्था करने के निर्देश निरीक्षण के दौरान कलेक्टर ने अधिकारियों को एसएनसीयू और अन्य जरूरी विभागों में बिजली कटौती के दौरान वैकल्पिक पावर बैकअप की व्यवस्था करने को कहा, ताकि इलाज प्रभावित न हो। आइसोलेशन वार्ड को ऐसे स्थान पर स्थानांतरित करने के निर्देश दिए गए जहां आम लोगों का आना-जाना न हो। पैथोलैब में शासन द्वारा तय सभी 114 जांच सुनिश्चित करने के लिए कार्ययोजना बनाने को कहा गया। पोषण पुनर्वास केंद्र में भर्ती बच्चों की माताओं को जरूरत के अनुसार प्रोटीन डाइट देने के निर्देश दिए गए।