
कुंजम हिडमा उर्फ मोहन एक एरिया कमेटी सदस्य (ACM) नक्सली नेता है, आइए जानते हैं उसके नक्सली बनने की टाइमलाइन…
रायपुर: कुख्यात माओवादी नेता कुंजाम हिडमा को कोरापुट पुलिस और डिस्ट्रिक्ट वॉलंटरी फोर्स (DVF) की संयुक्त कार्रवाई में गिरफ्तार किया गया है। हिडमा की गिरफ्तारी ओडिशा के कोरापुट जिले के बाइपारीगुडा थाना क्षेत्र के पेटगुडा जंगल से हुई है।
हिडमा पर छत्तीसगढ़ सरकार ने 5 लाख रुपये और ओडिशा सरकार ने 3 लाख रुपये का इनाम घोषित किया था, जिससे वह कुल 8 लाख रुपये का इनामी नक्सली था। उसके पास से एक AK-47 राइफल, 35 राउंड गोलियां, 117 डेटोनेटर, बारूद, रेडियो, चाकू और माओवादी साहित्य बरामद किए गए हैं। हिडमा बीजापुर जिले के उसुरु थाना क्षेत्र के जनगुड़ा गांव में माओवादी घटनाओं में शामिल रहा है। उसकी गिरफ्तारी से ओडिशा, छत्तीसगढ़ और आंध्रप्रदेश के सीमावर्ती क्षेत्रों में सक्रिय माओवादी नेटवर्क को बड़ा झटका लगा है कुंजम हिडमा उर्फ मोहन एक एरिया कमेटी सदस्य (ACM) नक्सली नेता है, आइए जानते हैं उसके नक्सली बनने की टाइमलाइन:
- नक्सली जीवन की शुरुआत: कुंजम हिडमा ने 2007 में मात्र 14 साल की उम्र में माओवादियों की सांस्कृतिक शाखा बाल संघम और जन नाट्य मंडली (JNM) में शामिल होकर नक्सली जीवन की शुरुआत की।
- सैन्य प्रशिक्षण: 2013 से 2015 के बीच, हिडमा ने उसुर लोकल ऑर्गनाइजेशन स्क्वाड (LOS) के तहत पार्टी सदस्य के रूप में काम किया और सैन्य प्रशिक्षण प्राप्त किया।
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- एओबी प्लाटून में काम: 2016 में, हिडमा ने एओबी (आंध्र ओडिशा बॉर्डर) प्लाटून में काम करना शुरू किया और बाद में 2019 में उसे एसीएम (एरिया कमेटी मेंबर) के पद पर पदोन्नत किया गया।
- विभिन्न क्षेत्रों में सक्रियता: हिडमा ने कोरापुट जिले के बोइपारीगुडा क्षेत्र, मलकानगिरी जिले के कट-ऑफ क्षेत्र और एएसआर जिले के पेदाबल्लू क्षेत्र में कार्यरत था।
- गिरफ्तारी: हाल ही में, हिडमा को ओडिशा के कोरापुट जिले में सुरक्षाबलों ने गिरफ्तार कर लिया है ।
हिडमा के खिलाफ कई मामले दर्ज हैं, जिनमें ओडिशा और छत्तीसगढ़ में माओवादी घटनाओं में शामिल होना शामिल है। उसकी गिरफ्तारी से ओडिशा, छत्तीसगढ़ और आंध्रप्रदेश के सीमावर्ती क्षेत्रों में सक्रिय माओवादी नेटवर्क को बड़ा झटका लगा है।