
सुरक्षा के दावों की कलई खुल रही खदानों में
कोरबा। साउथ ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड की कोरबा जिले स्थित खदानों से हर दिन हजारों टन कोयले की चोरी की जा रही है। साइकिल और मोटरसाइकिलों के माध्यम से यह अवैध गतिविधि अंजाम दी जा रही है, जिससे कंपनी को हर महीने लाखों रुपये का नुकसान उठाना पड़ रहा है।
हालांकि कोयला कंपनी के अधिकारी सुरक्षा व्यवस्था को चाक-चौबंद बताने के दावे कर रहे हैं, लेकिन जमीनी हकीकत इससे उलट दिखाई दे रही है। आम लोगों को प्रतिदिन अलग-अलग क्षेत्रों में खुलेआम कोयला धोते और ढोते देखा जा सकता है। कोरबा क्षेत्र की मानिकपुर, सुरक्षा, सिंहली जीवन और दीपका खदानों से बड़े पैमाने पर कोयला चोरी की घटनाएं सामने आ रही हैं। सूर्योदय होते ही कई क्षेत्रों में चोरी किया गया कोयला धोते और इक_ा करते लोग दिखाई देते हैं। कोयले की इस निरंतर चोरी से स्श्वष्टरु को हर दिन भारी नुकसान हो रहा है। इसके अलावा, डीजल और स्क्रैप चोरी की घटनाएं भी अलग से चिंता का विषय बनी हुई हैं। इन घटनाओं से यह साफ है कि खदानों में सुरक्षा व्यवस्था उतनी प्रभावी नहीं है, जितने बड़े-बड़े दावे किए जा रहे हैं। यदि इस पर जल्द रोक नहीं लगाई गई, तो आने वाले समय में स्थिति और भी गंभीर हो सकती है।