बदरीनाथ। आज सुबह छह बजे बदरीनाथ धाम के कपाट छह माह ग्रीष्मकाल के लिए देश दुनिया के श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ के लिए खोल दिए जाएंगे।
शनिवार को शीतकाल में छह माह कपाट बंदी के दौरान पांडुकेश्वर योगध्यान बद्री मंदिर में स्थित भगवान बदरी विशाल के बदरीश पंचायत के मुख्य देवता उद्धव जी व कुबेर जी, गरुड़ उत्सव डोली, शंकराचार्य जी की गद्दी के साथ रावल अमरनाथ नंबूदरी की अगुवाई में सैकड़ों श्रद्धालुओं के साथ देवभारा यात्रा बदरीनाथ धाम पहुंची।

हनुमान चट्टी में हनुमान जी की पूजा अर्चना

शनिवार सुबह योगध्यान ब्रदी मंदिर में रावल अमरनाथ नंबूदरी द्वारा पूजा अर्चना के बाद विधि विधान के साथ देवभारा यात्रा सुबह 10 बजे पांडुकेश्वर शीतकालीन स्थल से बदरीनाथ धाम के लिए रवाना हुई। देवभारा यात्रा बदरीनाथ धाम पहुंचने से पूर्व रावल अमरनाथ नंबूदरी द्वारा हनुमान चट्टी में हनुमान जी की पूजा अर्चना की। देवदर्शनी से देवभारा यात्रा बदरीनाथ मंदिर के लिए बामणी गांव पहुंची। रावल अमरनाथ नंबदूरी ने भगवान नारायण की जन्मस्थली लीलाढुंंगी में पौराणिक विधि विधानों के अनुसार पूजा अर्चना के उपरांत देवभारा यात्रा पुराने बाजार से होते हुए बदरीनाथ मंदिर के सिंहद्वार पर पहुंची।