श्रीनगर। पहलगाम के बैसरन में जब आतंकी गोलियां बरसा रहे थे तो एक जिपलाइन आपरेटर पर्यटकों को बचाने के बजाए तीन बार अल्लाह हू अकबर का नारा लगाते हुए उन्हें तार पर लटकी लिफ्ट पर आगे धकेल रहा था। हमले की जांच कर रही एनआईए ने सोमवार को जिपलाइन ऑपरेटर समेत छह लोगों को कथित तौर पर पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है। इनमें से पांच ने वीडियो शूट किए हैं। इस नरसंहार की जांच कर रही सुरक्षा एजेंसियों ने 188 विभिन्न सेवा प्रदात्ताओं व होटल ऑपरेटर को कथित तौर पर पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है। इस बीच, श्रीनगर में पुलिस ने 36 पूर्व और सक्रिय आतंकियों व उनके ओवरग्राउंड वर्करों (मददगारों) के ठिकानों की तलाशी ली है। इनमें एक महिला भी है। हमले की जांच कर रही एनआईए ने इस मामले में चिह्नित किए गए सभी संदिग्धों और नरसंहार के समय मौके पर मौजूद रहे सभी लोगों से पूछताछ शुरू कर दी है। इस बीच, सोमवार को हिरासत में लिए गए जिपलाइन ऑपरेटर का नाम कथित तौर पर मुजम्मिल अहमद बताया जा रहा है। 22 अप्रैल को जब आतंकियों ने बैसरन में हमला किया तो उस समय वह गुजरात से सपरिवार कश्मीर घूमने आए ऋषि कुमार नामक पर्यटक को जिपलाइन की सैर करा रहा था।ऋषि कुमार ने जिपलाइन की सैर का वीडियो तैयार किया है और उन्होंने बताया कि हमले के अगले दिन 23 अप्रैल को जब वह वीडियो देख रहे थे तो उस समय उन्होंने ध्यान दिया कि गोलियों की आवाज गूंजने पर लिफ्ट आपरेटर ने कम से कम तीन बार अल्लाह हू अकबर कहा और ऐसे व्यवहार किया जैसे कुछ हुआ ही नहीं हो। ऋषि ने कहा कि मुझसे पहले मेरी पत्नी और बच्चों को जिपलाइन पर भेजा था, मेरा आठवां नंबर था। गोलियों की आवाज के बावजूद जिपलाइन ऑपरेटर सामान्य रहा और नारा लगाने लगा, जबकि उसने पहले ऐसा नहीं किया।
गोलियों की आवाज पर उसने हमें नहीं रोका, इसलिए संदेह होता है और उससे पूछताछ होनी चाहिए। इस बीच, सूत्रों के अनुसार, एनआईए ने सोमवार को छह लोगों को कथित तौर पर पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है। इनमें से पांच ने घटना का वीडियो तैयार किया, लेकिन इसके बारे में पुलिस या किसी अन्य सुरक्षा एजेंसी को सूचित नहीं किया। यह पता लगाया जा रहा है कि उन्होंने यह वीडियो क्यों अभी तक संबंधित सुरक्षा एजेंसियों को नहीं दिया।
इसके अलावा एनआइए ने एक अन्य युवक, जिसने हमले के समय अपनी जान बचाने के लिए पेड़ पर चढऩा बेहतर समझा, द्वारा तैयार हमले की वीडियो फुटेज की भी जांच शुरू कर दी है। उससे भी चार घंटे तक लगातार पूछताछ हुई है, लेकिन उसे हिरासत में लिए जाने की पुष्टि नहीं हो पाई है।सूत्रों ने बताया कि जिपलाइन ऑपरेटर ने कथित तौर पर कहा है कि उसे लगा था कि गोलियां कहीं दूर चली हैं और उसने अल्लाह हू अकबर का नारा आदतन लगाया था।