
अधिकारियों से की गई मामले की शिकायत
कोरबा। परियोजना प्रभावित और अन्य क्षेत्रों में जैन आवश्यकता के कार्य कराए जाने के लिए सरकार के द्वारा गठित जिला मिनरल्स फंड कोरबा जिले में भी काम कर रहा है। विभिन्न क्षेत्रों में इसके माध्यम से राशि आवंटित की जानी प्रावधानित है। इधर कोरबा जिले के पौड़ी उपरोड़ा विकासखण्ड के एतमानगर पंचायत के द्वारा आंगनवाड़ी भवन का निर्माण कराया जाने के बावजूद अंतिम भुगतान करने में आनाकानी की जा रही है। पंचायत के मांग पत्र पर आपत्ति दर्ज करने का काम डीएमएफ का लेखपाल कर रहा है प्रशासन के अधिकारियों से इसकी शिकायत हुई है।
एतमानगर के सरपंच ने कलेक्टर और जिला पंचायत के मुख्य कार्यक्रम अधिकारी को इस विषय पर पत्र भेजा है। इसमें कहां गया है कि 3 लाख 20हजार की लागत से पंचायत के द्वारा भवन का निर्माण कराया गया जिसे जिला खनिज न्यास ने स्वीकृत किया था। कार्य के निर्माण होने के बाद इसका मूल्यांकन हो चुका है और संबंधित विभाग के इंजीनियर ने इसकी रिपोर्ट दी है। मेजरमेंट बुक के साथ इस पूरे प्रकरण को संबंधित कार्यालय में जमा किया गया है ताकि भुगतान किया जाए।
अधिकारियों की जानकारी में बताई गई की पूरी दस्तावेज उपलब्ध होने के बावजूद अब तक तीन बार जिला खनिज न्यास के लेखपाल की ओर से भुगतान के विषय को लेकर आपत्ति दर्ज कराई जा रही है। जिस बिंदु पर उन्हें पहले ही दस्तावेज दिए गए हैं ,वह इसी को लेकर आपत्ति कर रहे हैं कि यह नहीं मिले हैं। ग्राम पंचायत में लेखपाल के इस रवैया को दुर्भावनाबस बताया है। लेखपाल राजेश अग्रवाल की भूमिका पर सवाल खड़े किए गए हैं कि वह इस प्रकार की हरकत आखिर किस उद्देश्य से कर रहे हैं ,अब इसकी जांच होना चाहिए। पंचायत के सरपंच ने कहां है कि अब जबकि ग्राम पंचायत के चुनाव नजदीक है और ऐसे में लोगों के पास और भी काम है तब पंचायत को भुगतान के मामले में अनावश्यक परेशान करना समझ से पड़े हैं। प्रशासन से मांग की गई है कि आदिवासी क्षेत्र के सरपंच को बेमतलब परेशान करने और भुगतान रोकने को लेकर जिला खनिज न्यास के लेखपाल पर कठोर कार्रवाई करने के साथ उन्हें यहां से हटाया जाना चाहिए।