जांजगीर-चांपा। कार चालक की अंधे कत्ल की गुत्थी आखिरकार पुलिस ने सुलझा ली है। प्लान बनाकर अमरकंटक जाने के लिए किराए पर कार की बुकिंग कराई गई, इसके बाद केवल कार को लूटकर बेचने के लिए एक युवक (चालक) की गला घोटकर निर्मम की हत्या कर दी। लाश को ठिकाने लगाने के लिए कार में लेकर शव को लेकर घूमते रहे। ठिकाना लगाने के बाद कार को लेकर फरार हो गए। पुलिस लूटी हुई कार को बरामद कर लिया। साथ ही तीन आरोपी सहित एक नाबालिग को गिरफ्तार कर लिया है। प्रेस कांफ्रेंस में एएसपी राजेन्द्र कुमार जायसवाल ने बताया कि 13 अप्रैल को रंजीत उर्फ विवेक पुरी गोश्वामी द्वारा ग्राम कोटमीसोनार से अमरकंटक जाने के लिए कार बुकिंग कराया। तब रमाकांत तिवारी द्वारा कार डिजायर को लेकर रात 9 बजे ग्राम कोटमीसोनार लेकर गया। 14 अप्रैल को सुबह चालक रमाकांत तिवारी का मोबाईल नंबर नहीं लगा, सुबह 10 बजे पता चला कि कार डिजायर सीजी 04 पीसी 1378 पचरी बरबसपुर के पास खड़ी है। चालक रमाकांत तिवारी नहीं था। गाड़ी में खून लगा था, जिसकी सूचना थाना अकलतरा को दिया। तब पता चला कि चालक रमाकांत तिवारी का शव थाना सारागांव क्षेत्रांर्तगत ग्राम लखुरी नहर किनारे पड़ा है। चालक रमाकांत के शव का पीएम कराया गया। शार्ट पीएम में मृत्यु का कारण गला दबाकर हत्या होने से धारा 302, 201 अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया। आरोपियों – की पतासाजी के लिए टीम गठित की गई। तकनीकी के आधार पर आरोपी राहुल श्रीवास निवासी लटिया, सोम प्रभात उर्फ सोम निवासी तरौद, विवेक पुरी गोस्वामी निवासी तरौद अकलतरा को पकड़ा। पूछताछ करने पर संदेहियों ने बताया कि 13 अप्रैल को राहुल श्रीवास के आधार कार्ड से एक जिओ कम्पनी का सिम खरीदा एवं प्लान किए कि बिलासपुर के ट्रेवल्स से कार बुक कर अमरकंटक की ओर लेकर जाते हैं. और कार को लूटकर बेचकर पैसा कराएंगे। साथ ही चालक को भी निपटा देगे। 9.30 बजे रात को बिलासपुर के कार ट्रेवल्स वाले को मोबाइल फोन किया, उसमें से एक, दो ट्रेवल्स वाले पहले पैसा डालने केमहज एक कार के लिए इस तरह खेली खूनी खेल रात करीब 2 बजे गौरेला. पेड़ा रोड के आगे रोड किनारे खाने-पीने के नाम से चालक को गाड़ी रोकने बोला गया। गाड़ी रोकने के बाद विवेक चालक रमाकांत तिवारी के दोनों पैर को पकड़ा। सोम प्रभात हाथ को सीट के पीछे पकड़कर रखा था और राहुल श्रीवास अपने कोहनी से रमाकांत के गला को सामने से जोर से दबा रहा था। चालक घायल हो गया। जिसे कार से निकालकर सड़क किनारे जमीन में ले जाकर सभी हाथ मुक्का, लात से मारपीट किए। राहुल श्रीवास वहीं पर रखे पत्थर से रमाकांत के सीने को मारा। मारपीट करने से चालक की मौत हो गई। फिर शव को कार के पीछे सीट में लिटा दिए। विवेक कार को चला रहा था, बाजू में राहुल श्रीवास बैठा हुआ था और शव के साथ सोम प्रभात साहू बैठा हुआ था। फिर पुराने परचित दोस्त नाबालिग को मोबाईल में शव को छिपाने के लिए गड्?ढा खोदने के लिए बोला और शव को लेकर सुबह करीब 6.30 बजे पंडरीपाली पहुंचे। नागालिक गड्ढा खोद लिया था, लेकिन उजाला होने से शव को छिपाना संभव नहीं हो सका। फिर तीनों लोग बम्हनीडीह-सारागांव के बीच सड़क से कुछ दूर नहर किनारे चालक रमाकांत तिवारी के शव को फेंक दिए और कार को लेकर भाग रहे थे। बाद गाड़ी भेजने बोले, इसलिए उनसे बात नहीं जमी। अपने आप को रंजीत बताकर राहुल श्रीवास के नाम पर खरीदे नया सिम नंबर से बात किया और गाड़ी को कोटमीसोनार लाने को बोला। रात लगभग 10.30 बजे सफेद रंग का स्वीफ्ट डिजायर को चालक रमाकांत तिवारी लेकर आया। जिसमें तीनों लोग कोटमीसोनार से बैठकर अमरकंटक के लिए निकले। रास्ते में हत्या कर लाश को ठिकाने लगाने के लिए कार में शव को लेकर घुमते रहे। आरोपीयों द्वारा जुर्म कबुल करने पर धारा 34, 397 जोड़ी गई। आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।